कोलकाता : पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि अम्फान तूफान की वजह से हुई तबाही के बाद उसके पास दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासी कामगारों की मदद करने के लिए आधारभूत संरचना का अभाव है. इसके साथ ही उसने प्रदेश लौट रहे प्रवासियों को संस्थागत कोरेंटिन में रखने के बजाय घर में ही पृथक रखने की सलाह दी है. गृह सचिव अलपान बंदोपाध्याय ने कहा कि राज्य के पास प्रवासी कामगारों को लेकर आने वाली 10-15 रेलगाड़ियों को रोजाना स्वीकार करने की क्षमता है और लॉकडाउन के बाद से लाखों लोग लौटे हैं.
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गृह सचिव अलपान बंदोपाध्याय ने कहा कि राज्य सरकार जन स्वास्थ्य के लिए इसे बड़ी समस्या मानती है. श्री बंदोपाध्याय ने कहा कि दबाव उचित और बेहतर तरीके से प्रबंधन करने योग्य होना चाहिए. गृह सचिव ने कहा कि वे राज्य की विभिन्न सीमाओं और रेलवे स्टेशनों पर प्रक्रिया को सरल बना रहे हैं ताकि पृथकवास केंद्रों में भीड़ एकत्र न हो क्योंकि इससे कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने दिशानिर्देश बनाए हैं. समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक श्री बंदोपाध्याय ने कहा कि सरकार प्रवासी कामगारों के घर लौटने के फैसले का सम्मान करती है, लेकिन अम्फान तूफान की वजह से जो तबाही हुई है उससे उनके लिए राज्य की आधारभूत संरचना जैसे सड़क, स्कूल, इमारत, स्वास्थ्य और भोजन पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं. इनका अभाव है. इससे परेशानी हो रही है.