Block Development Officer: ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर बनना आपके करियर के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. बीडीओ या खंड विकास अधिकारी के रूप में जाना जाता है.
विस्तार में जानें
BDO कैसे बनें ? BDO का फूल फॉर्म ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफ़िसर होता है. इसे विकास खंड अधिकारी भी कहा जाता है. यह एक बहुत ही सम्मानित वाला पद होता है. बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि यह पोस्ट कैसे मिलती है और इस में क्या योग्यता होता है. वेतन कितना होता है. ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (BDO) का काम क्या होता है. तो आज हम आपको इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से इससे जुड़ी सभी जानकारी देने जा रहे हैं. गौरतलब है कि एक जिला कई ब्लॉक में बंटा होता है. बीडीओ ऑफिसर वह होता है, जो एक ब्लॉक प्रखंड के विकास कार्यों का ज़िम्मा संभालता है. इसके लिए हर ब्लॉक में एक बीडीओ ऑफ़िसर नियुक्त किया जाता है.
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बीडीओ का काम क्या होता है?
बीडीओ ऑफिसर का काम को उसे जिस ब्लॉक में पोस्टिंग मिलती है. उस ब्लॉक के सड़क, नाले, नालियों आदि के रख रखाव समेत अन्य विकास कार्यों को करना होता है साथ ही ध्यान भी रखना होता है. वहीं सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को जनता तक पहुंचाना होता है.
इस प्रकार है –
- ग्रामीण विकास योजनाओं जैसे
- नरेगा
- वृद्धावस्था पेंशन योजना,
- विकलांग को लाभ,
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली
- निर्धन आवास
- कृषि योजनाओं
- लोक शिकायतों के निपटारे आदि
क्वालिफिकेशन
वैसे उम्मीदवार जो बीडीओ यानी ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर बनने का सोच रहे हैं., वे ध्यान दें कि राज्य सेवा परीक्षाओं के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार का किसी भी स्ट्रीम से स्नातक की डिग्री होना जरूरी है.
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के लिए कितनी है आयु सीमा?
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच निर्धारित की गई है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट भी दी जाती है.
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर को सैलरी?
बात करें ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के वेतन का तो इस पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड-3 अर्थात रु.15600- रु. 39100 + ग्रेड पे रु. 5400 के अनुसार सैलरी दी जाती है. साथ ही अब इस पद के लिए संगठनों में सातवां वेतन आयोग भी लागू हो चुका है. वहां समकक्ष ग्रेड के अनुरूप सैलरी दी जाती है.
BDO के लिए चयन प्रक्रिया
किसी भी तरह के एंट्रेंस एग्जाम को देने से पहले आपको इसके परीक्षा पैटर्न के बारे में पता होना आवश्यक है.
BDO के लिए चयन की प्रक्रिया के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले लिखित परीक्षा देना होता है. लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हुए अभ्यर्थी को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है.
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims Exam)
वैसे उम्मीदवार जो बीडीओ की परीक्षा के आवेदन करते हैं. उन्हें सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना पड़ता है. इसमें 2 परीक्षा होता है. जो 200-200 अंक के होते है.जिसके लिए हर पेपर में 2 घंटे का समय दिया जाता है.
पेपर्स | समयावधि | अंक | नेगेटिव मार्किंग |
जनरल स्टडीज पेपर – 1 | 2 घंटे | 200 | हर एक गलत जवाब देने पर 1/3 अंक काटे जाते हैं |
जनरल स्टडीज पेपर – 2 | 2 घंटे | 200 | हर एक गलत जवाब देने पर 1/3 अंक काटे जाते हैं |
पेपर-1 में पूछे जाने वाले सिलेबस
सामान्य जागरूकता (General Awareness)
सामान्य भूगोल (General Geography)
भारतीय राजनीति और प्रशासन (Indian Politics & Administration)
पेपर-2 में पूछे जाने वाला सिलेबस
मैथ्स
रीजनिंग
इंग्लिश
हिंदी
पेपर -2 में पूछे जाने वाले प्रश्न 10th Leval के होते हैं, इसमें आपको न्यूनतम 33 प्रतिशत लाना आवश्यक है. तभी आप मुख्य परीक्षा के लिए चयन किए जायेंगे.
मुख्य परीक्षा
जो Candidate प्रारंभिक Exam पासकर लेते है वह अगले चरण यानि की Mains Exam देने के लिए चुने जाते है.
पेपर | अंक | समय |
अंग्रेजी | 100 | 3 घंटे |
हिंदी | 100 | 3 घंटे |
जनरल स्टडीज – 1 | 250 | 3 घंटे |
जनरल स्टडीज – 2 | 250 | 3 घंटे |
जनरल स्टडीज – 3 | 250 | 3 घंटे |
जनरल स्टडीज – 4 | 250 | 3 घंटे |
साक्षात्कार (Interview)
इन दोनों परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद उम्मीदवार को इंटरव्यू के लिए चयन किया जाता है. यह अंक का होता है. इसमें छात्रों से अलग अलग तरह के सवाल पूछे जाते है. जो उम्मीदवार इंटरव्यू में पास हो जाते हैं, उन्हें भर्ती कर लिया जाता है.
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के पद पर चयन करने के लिए अलग अलग राज्य के लोक सेवा आयोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रांतीय सिविल सेवा परीक्षा (पीसीएस परीक्षा) के माध्यम से किया जाता है. राज्य पीसीएस परीक्षाओं के लिए अधिसूचना समय-समय पर सम्बन्धित राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा निकाली जाती हैं.