पूरा देश इस वक्त घर के चार दिवारी में बंद है. विशेष परिस्थियों में ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं. लेकिन इस वक्त जब स्कूल और कॉलेज बंद है तो सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चों को हो रही है. क्यों कि वो कहीं भी घर से बाहर जा नहीं पा रहे हैं और पूरा दिन टीवी देखने में बीता दे रहे हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने एक दिशा निर्देश जारी किया है कि ताकि वो समय का सही तरीके से सद्पयोग कर सकें.
उन्होंने अपने जारी प्रेस रिलीज में कहा कि आज के समय में स्कूल ज्ञान तो दे रहे हैं लेकिन बच्चों का कौशल विकास पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. चरित्र निर्माण का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन मूल्यों का बीजा रोपण नहीं कर पा रहे हैं. शत प्रतिशत अंक तो दे रहे हैं लेकिन रचनात्मकता का विकास नहीं हो पा रहा है. इसलिए जरूरी है कि हम पढ़ाने पर नहीं सिखाने पर ध्यान दें,
यह लॉक डाउन बच्चों के लिए गोल्डन अवसर लेकर आया है. क्योंकि अभी आपके पास घर जैसा प्रयोगशाला और इंटरनेट पर दुनिया के सारे संसाधन मौजूद हैं. इसलिए इस समय को यूं ही न जाने दें.
उन्होंने आगे कहा कि ई क्लाससेस प्रोजेक्ट्स, ऐक्टिविटी, फन गेम्स, वीडियो, शूट्स और ऐसे ढेरों गतिविधियां आपको राट लर्निंग से निजात दिला सकता है. टीचर्स के लिए भी ये एक अपने आप को अपग्रेड करने का बेहतर समय है.
उन्होंने अपने जारी बयान में ये भी कहा कि बच्चे को सुबह उठा कर व्यायाम और योगा करना ताकि आपके दिमाग बिल्कुल शांत रहे और इससे मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन कम हो जाता है. उसके बाद आप अपने घर के साफ सफाई पर ध्यान दें. साथ ही साथ अपनी मम्मी का किचन में हाथ बटाएं और कुकिंग की कला सीखें.
यही समय है आप में नई आदत डालने का. इसलिए इस मौके का भरपूर फायदा उठायें. अगर आपमें कोई इन्टरेस्ट है तो आप उस चीज को जरूर सीखें, क्योंकि अब ऑनलाइन ऐसी बहुत सारी चीजें आ गयी है जिससे आप अपने स्किल्स और निखार सकते हैं, क्योंकि आज का युग सिकल्स पर है. वो जमाना चल गया जब आप रट कर 100 में से 100 मार्क्स लाकर होनहार कहलाते थे. आज स्किल्स वाले लोगों की ज्यादा डिमांड है. सरकार ने भी कई ऑनलाइन कई क्लाससेस उपलब्ध करा दिए हैं जैसे
स्वयंम पोर्टल और स्वयंम प्रभा चैनल के माध्यम से डिजिटल लर्निंग मेटेरियल लॉन्च किए हैं उसकी मदद से भी आप अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं.
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मैं माता पिता से अपील करूंगा कि वो अपने बच्चों को ई कंटेन्ट, प्रोजेक्ट तुरंत उपलब्ध करा दें जिससे बच्चे इसका भरपूर फायदा उठा सकें.