लॉकडाउन का असर बच्चों की पढ़ाई पर न पड़े इसके लिए एक ओर जहां स्कूलों व कॉलेजों ने ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी है. वहीं छात्र भी शिक्षा के लिए देशबंदी में मिले इस समय का सद्उपयोग करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इसी के चलते बीते कुछ दिनों से ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म का रुख करनेवाले भारतीय छात्रों की संख्या में बड़ी वृद्धि देखने काे मिल रही है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा मुफ्त शिक्षा देनेवाले ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म स्वयं से जुड़नेवाले छात्रों की संख्या में पिछले सप्ताह के भीतर पांच गुना की वृद्धि देखी गयी है.
हाल में एचआरडी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने छात्रों के रुख में आये इस परिवर्तन के बारे में पीटीआइ को बताया कि 23 मार्च से अब तक एचआरडी मंत्रालय के विभिन्न इ-लर्निंग प्लेटफाॅर्म्स में 1.4 करोड़ से अधिक छात्रों की एक्सेस देखी गयी है. हाल में स्वयं प्लेटफॉर्म से जुड़नेवाले नये छात्रों के अलावा लगभग 26 लाख छात्र पहले से प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध 574 कोर्सेज के लिए अपना नामांकन करा चुके हैं. इसी तरह लगभग 59,000 छात्र मौजूदा समय में स्वयं प्रभा डिश टीवी चैनेल पर एजुकेशनल वीडियोज देख रहे हैं. इनमें से 6.8 लाख से अधिक छात्रों ने लॉकडाउन के बाद इस चैनेल को देखना शुरू किया है.
स्वयं प्लेटफॉर्म पिछले कई वर्षों से ऑनलाइन लर्निंग की सुविधा दे रहा है, लेकिन बीते कुछ दिनों में इसकी लोकप्रियता कई गुना बढ़ गयी है. मार्च के अंतिम सप्ताह में इस प्लेटाफॉर्म में 2.5 लाख स्ट्राइक किये गये, जबकि उसके एक सप्ताह पहले प्राप्त हुए स्टाइक की संख्या मात्र 50,000 थी. बीते कुछ दिनों में स्वयं से जुड़नेवालों छात्रों में अधिकतर ने प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों से जुड़ना पसंद किया है.
ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म की ओर रुख करनेवाले छात्र की संख्या में आयी वृद्धि एचआरडी मंत्रालय के अन्य इ-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स में भी देखने को मिल रही है. उदाहरण के लिए देखें तो, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी को बुधवार के एक दिन में ही 1,60,804 बार एक्सेस किया गया. लॉकडाउन से अब तक इस पर हुए एक्सेस की कुल संख्या 14,51,886 है. इससे पहले नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी को एक दिन में लगभग 22,000 स्ट्राइक्स ही मिलते थे.