कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीआईएससीई ने आईसीएसई बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है. परीक्षा की नई तारीखों पर अंतिम निर्णय जून 2021 के पहले सप्ताह तक लिया जाएगा.
In light of the nationwide surge in COVID19 cases, CISCE has decided to defer the ICSE Classes 10 and 12 examinations; the final decision on new dates of examination will be taken by the 1st week of June 2021 pic.twitter.com/nP1mchXO7b
— ANI (@ANI) April 16, 2021
बोर्ड ने कही ये बात
बोर्ड ने एक बयान में कहा, “कोविड की स्थिति पर करीब से नजर रखी जाएगी और आईसीएसई और आईएससी 2021 परीक्षाओं के टालने की समीक्षा की जाएगी और परीक्षाओं के संचालन पर अंतिम निर्णय जून 2021 के पहले सप्ताह तक लिया जाएगा.”
While Class 12 Exam (offline) will be conducted at a later date, appearing for the Exam is optional for Class 10 students. For those Class 10 students who choose not to appear for exams, CISCE will develop an objective criterion for their results pic.twitter.com/bPMiIOtgiS
— ANI (@ANI) April 16, 2021
सीबीएसई ने पिछले दिनों रद्द की थी 10वीं बोर्ड की परीक्षा
CBSE कक्षा 12 की परीक्षा स्थगित करने और CBSE छात्रों के लिए कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा के बाद, सरकार से CISCE छात्रों के लिए जल्द ही एक घोषणा करने की उम्मीद है. भारत के शिक्षा मंत्री और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक के बाद, COVID-19 महामारी के कारण CBSE कक्षा 12 परीक्षाओं को बंद करने और कक्षा 10 के छात्रों के लिए परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया.
अभिभावकों ने की थी ये अपील
सीबीएसई का फैसला आने से पहले, माता-पिता ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि छात्रों को शारीरिक रूप से परीक्षा में बैठने के बजाय आंतरिक रूप से मूल्यांकन किया जाए. इंडिया वाइड पेरेंट्स एसोसिएशन ने एक पत्र में बताया था कि शिक्षकों और छात्रों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया था और उनके संक्रमण का एक उच्च मौका था.
पिछले साल भी रद्द हुई थी परीक्षा
कोरोना महामारी के चलते पिछले साल भी सीआईएससीई बोर्ड के 10वीं और 12वीं के छात्र बिना परीक्षा के पास किए गए थे. छात्रों को इंटर्नल असेसमेंट के अधार पर पास किया गया था. उस समय छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने के लिए तीन तरीके अपनाए गए थे-
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छात्रों का मूल्यांकन उन तीन विषयों के आधार पर जिसमें सबसे अधिक अंक आए हों
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सब्जेक्ट प्रोजेक्ट के आधार पर
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10वीं के सब्जेक्ट इंटरनल असेसमेंट के प्रतिशत और 12वीं के प्रैक्टिकल वर्क के आधार पर
Posted By: Shaurya Punj