कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. इस कारण से कई परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. यूजीसी ने इन परीक्षाओं को जुलाई में आयोजित करवाने को कहा है. अगस्त माह से पुराने छात्रों की कक्षाएं शुरु होने की बात है तो वहीं नए पंजीयन कराने वाले छात्रों की कक्षाएं सितंबर में करवाने की सिफारिश की गई है. बताया जा रहा है कि जुलाई माह में परीक्षाओं का एक बड़ा हिस्सा ऑनलाइन माध्यमों से भी पूरा कराया जा सकता है. इन परीक्षाओं में नए सत्र में प्रवेश करने से पहले कॉलेज के मौजूदा छात्रों को शामिल होना अनिवार्य होगा.
सामान्य तौर पर कॉलेजों में प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं मई से जून महीने के बीच आयोजित की जाती हैं, लेकिन लॉकडाउन को देखते हुए इन परीक्षाओं को आगे बढ़ा दिया गया है.
इसके अलावा इग्नू ने जून 2020 टर्म-एंड परीक्षाओं को भी टाल दिया है, इसके अलावा कई जरुरी बदलाव भी किए हैं. जल्द ही इग्नू जून टर्म इंड एक्जाम 2020 की तारीखों का एलान करने वाला है. हो सकता है इग्नू भी ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन करवाए. इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव ने कहा, “छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने के लिए पयार्प्त समय दिया जाएगा। असेसमेंट जमा करने व दूसरी चीजों के लिए समय दिया जाएगा। कोर्स के लिए रि-रजिस्टर करने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया है.”
इग्नू परीक्षा तारीख के विषय में छात्रों को परीक्षा से 15 दिन पहले सूचित करेगा। परीक्षा के अलावा असेमेंट्स को जमा कराने और नामांकन की तारीखों में भी बदलाव किया गया है. लॉकडाउन को देखते हुए इग्नू ने प्रोजेक्ट्स को ऑनलाइन जमा कराने की सुविधा दी है. वही अब टर्म-एंड परीक्षा के फॉर्म जमा कराने की आखिरी तारीख 31 मई, 2020 तक बढ़ाई गई है.
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बीते बुधवार को विश्वविद्यालयों से कहा कि नए छात्रों के लिए सितंबर से तथा पहले से पंजीकृत छात्रों के लिए अगस्त से शैक्षिक सत्र शुरू किया जा सकता है. फिलहाल देश भर में कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन होने के कारण कॉलेजों में कक्षाएं एवं परीक्षाएं स्थगित हैं. लंबित परीक्षाओं के बारे में, आयोग ने यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय प्रक्रिया को कम समय में पूरा करने के लिए वैकल्पिक और सरलीकृत तरीके और परीक्षा के तरीके अपना सकते हैं.