World Pharmacists Day 2024 : इस वर्ष 25 सितंबर को विश्व फार्मासिस्ट दिवस, ‘फार्मासिस्ट: वैश्विक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करना’ की थीम के साथ मनाया जा रहा है. फार्मासिस्ट, वे स्वास्थ्य पेशेवर होते हैं, जो दवाएं वितरित करते हैं और मरीजों को दवाओं के सेवन की जानकारी के बारे में सलाह देते हैं. इन पेशेवरों को ड्रगिस्ट या केमिस्ट के रूप में भी जाना जाता है.
बारहवीं के बाद करें कोर्स
साइंस से बारहवीं पास कर करनेवाला कोई भी छात्र फार्मेसी कोर्स में प्रवेश हासिल कर फार्मासिस्ट बनने की नींव रख सकता है. फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी के साथ बारहवीं पास करने के बाद चार वर्षीय बैचलर ऑफ फार्मेसी (बीफार्मा) में प्रवेश ले सकते हैं. फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी/ मैथमेटिक्स से बारहवीं करने वालों के पास दो वर्षीय डिप्लोमा इन फार्मेसी यानी डीफार्मा करने का विकल्प भी है. फार्मेसी में ग्रेजुएशन के बाद करियर को मजबूती देने के लिए मास्टर ऑफ फार्मेसी यानी एमफार्मा करना बेहतर होता है.
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जीपैट से खुलती है मास्टर कोर्स की राह
फार्मेसी के मास्टर प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूड टेस्ट (जीपैट) का स्कोर आवश्यक है. इस परीक्षा का आयोजन साल में एक बार किया जाता है. जीपैट के स्कोर को एआईसीटीई द्वारा मान्यताप्राप्त सभी संस्थानों/ यूनिवर्सिटी के विभागों/ कॉलेजों या उससे संबद्ध कॉलेजों में स्वीकार किया जाता है. फार्मेसी के क्षेत्र में कुछ स्कॉलरशिप व अन्य वित्तीय सहायता भी जीपैट स्कोर के आधार पर मुहैया करायी जाती है.
आप बन सकते हैं
फार्मासिस्ट बनने की योग्यता हासिल करने के बाद आप निम्न जॉब प्रोफाइल के साथ करियर की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं-
हॉस्पिटल फार्मासिस्ट : ये दवाओं की आपूर्ति की निगरानी के प्रभारी होते हैं और दवाओं की खरीद, वितरण और गुणवत्ता परीक्षण के लिए जिम्मेदार होते हैं.
ड्रग इंस्पेक्टर : ड्रग इंस्पेक्टर वे स्पेशलिस्ट हैं, जो किसी दवा के निर्माण से लेकर उसकी बिक्री तक दवा की उपयोगिता, गुणवत्ता और सुरक्षा की निगरानी करते हैं. ये मेडिकल शॉप्स का निरीक्षण करते हैं और नकली दवाओं की जांच के लिए नमूने लेते हैं.
क्लीनिकल रिसर्च एसोसिएट : क्लीनिकल रिसर्च एसोसिएट नयी दवाओं के क्लीनिकल ट्रायल को व्यवस्थित करने और निगरानी करने में मदद करते हैं, ताकि उनसे जुड़े लाभों और जोखिमों का मूल्यांकन किया जा सके.
मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव : मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव (जिन्हें रेप्स भी कहा जाता है) ग्राहकों, डॉक्टरों, फार्मासिस्टों और नर्सों के लिए दवाएं, प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स और मेडिकल उपकरण सहित कंपनी के उत्पादों को बेचने के लिए जिम्मेदार होते हैं.
रेगुलेटरी अफेयर्स ऑफिसर : ये चिकित्सा, फार्मास्युटिकल, अनुसंधान संगठनों और अन्य दवा निर्माताओं के लिए काम करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी कंपनी के उत्पाद नियामक मानदंडों का पालन करते हैं या नहीं. ये प्रोडक्ट का परीक्षण भी करते हैं, नयी दवाओं के लिए लाइसेंस प्राप्त करते हैं और फिर प्रोडक्ट लेबल पर उसके इस्तेमाल से संबंधित जानकारी लिखते हैं.