Jharkhand News (अभिषेक पीयूष, चाईबासा) : इक लफ्ज-ए-मोबब्बत का अदना सा फसाना है, सिमटे तो दिले आशिक, फैले तो जमाना है. नामचीन शायर जिगर मुरादाबादी के लफ्जों से निकले मोहब्बत के ये अल्फाज इंसानी रिश्ते के उस नि:स्वार्थ प्यार को दर्शाता है जिससे हर रिश्ता सजता-सवंरता है. जानवरों व इंसान में भले ही संचार की कमी हो, लेकिन प्रेम की भाषा वे बखूबी समझते है. कहते हैं प्यार से पूरी दुनियां जीती जा सकती है, तो फिर जानवरों का प्यार क्यों नहीं?
वाइल्ड लाइफ वीक (वन प्राणी सप्ताह) के तहत इसका उदाहरण आपको पश्चिमी सिंहभूम जिले में व्हाइट हाउस के नाम से प्रचलित जिला समाहरणालय के नये भवन के अंदर प्रवेश करने पर अब दीवारों पर देखने को मिलेगा. दरअसल, जानवरों के प्रति मनुष्य के अंदर संवेदना प्रकट करने वाली मनमोहक वॉल पेंटिंग आपको जिला समाहरणालय भवन के चारों ओर दीवारों पर देखने को मिलेगी. उक्त पेंटिंग का उद्घाटन चाईबासा फॉरेस्ट डिवीजन की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान बुधवार को डीसी अनन्य मित्तल द्वारा किया जायेगा.
चाईबासा फॉरेस्ट डिवीजन की ओर से हर साल 2 से 8 अक्तूबर तक मनाये जाने वाले वन प्राणी सप्ताह के तहत इस साल डीसी अनन्य मित्तल के सुझाव से जिला समाहरणालय स्थित भवन के तीन मंजिले इमारत के (ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर व सेकेंड फ्लोर) में जानवरों की आकर्षक पेंटिंग का निर्माण कराया गया है. इसे लेकर पेंटिंग का कार्य चाईबासा वन प्रमंडल की ओर से टाटा स्टील के सौजन्य से जमशेदपुर के जानेमाने कलाकार अर्जुन दास एवं उनकी पांच सदस्यी टीम में शामिल असिम पोद्दार, प्रीतम दास, राजकुमार मदिना व दिनेश कुमार के द्वारा किया गया है. अर्जुन दास ने बताया कि पेंटिंग बनाना का कार्य उन्हें टाटा स्टील की ओर से सौंपा गया था. इसे लेकर टाटा स्टील सीएसआर के तहत तकरीबन 2 लाख रुपये खर्च कर रही है.
Also Read: Sarkari Jobs: झारखंड CM हेमंत सोरेन का बड़ा एलान, राज्य में जल्द होगी 700 शिक्षकों की नियुक्तिजमशेदपुर के सोनारी स्थित खूंटाडीह निवासी अर्जुन दास जानेमाने पेंटिंग आर्टिस्ट है. ये मुख्य रूप से केन्वास पर अपनी कलाकृतियों को रंगों के माध्यम से बखूबी उकेरने में माहिर हैं. इनकी बनायी हुई पेंटिंग अबतक देश भर के कई अलग- अलग शहरों के साथ ही विदेशों (लंदन, अमेरिका व दुबई) आदि जगहों पर भी बिक चुकी है. इन्होंने अबतक अपनी बनायी हुई पेंटिंग के जरिये बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन से उनके जुहू स्थित आवासीय कार्यालय में मुलाकात की है. इसके अलावा एक्टर अजय देवगन व सोनू सूद जैसे कलाकारों का दिल भी जीता है. इतना ही नहीं, अर्जुन दास ने विगत 3 फरवरी को टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा से उनके मुंबई स्थित आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी और उन्हें अपने हाथों से बनायी हुई उनकी पेंटिंग भी सौंप चुके हैं.
उक्त पेंटिंग का मुख्य उद्देश्य लोगों के मन में वन प्राणियों के प्रति जागरूकता लाना होता है. लोग वन एवं वन्य प्राणियों के प्रति संवेदनशील बने इसी संकल्प के साथ जिला समाहरणालय भवन के दीवारों पर जानवरों के प्रति संवेदना लाने वाली पेंटिंग का निर्माण कराया जा रहा है. इस संबंध में चाईबासा वन प्रमंडल के डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि वन्य प्राणी हमारी इको सिस्टम का अभिन्न अंग है. वन प्राणी सप्ताह के तहत लोगों से अपील की जाती है कि सब मिलकर वन्य प्राणियों को संरक्षित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. इसके तहत समाहणालय भवन की दीवारों पर हाथी, शेर, बाघ, हिरण, भालू आदि जानवरों की पेंटिंग का निर्माण कराया गया है. जिसमें वनों से छेड़छाड़ ना करने, जानवरों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाने, उन्हें कैद कर नहीं रखने आदि की जानकारी दी गयी है.
वहीं, डीसी अनन्य मित्तल ने कहा कि समाहरणालय भवन में अधिकांश लोगों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में वन प्राणी सप्ताह के तहत चाईबासा फॉरेस्ट डिवीजन व टाटा स्टील के सौजन्य से भवन के खाली दीवारों में जानवरों की आकर्षक पेंटिंग का निर्माण कराया जा रहा है. इससे जानवरों के प्रति लोगों के मन में संवेदनाएं बढ़ेगी.
Posted By : Samir Ranjan.