बिहार के मोतिहारी में शराब तस्कर को छुड़ाने के लिए ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया. ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर जमकर पथराव किया. इसमें करीब आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस कर्मी जख्मी हो गए. पुलिस ने इस मामले में दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों को हिरासत में लिया है. यह घटना पीपरा थाना क्षेत्र के सरीयतपुर गांव की है.
घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि रविवार की रात्रि में छापेमारी कर पुलिस टीम ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोग गोलबंद होकर पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिए. इससे अफरा- तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. पुलिस ने भी ग्रामीणों पर हल्का बल प्रयोग कर पूरे मामले को शांत करवाने का प्रयास किया. लेकिन, इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे. इस घटना में पुलिस कर्मी गुड़िया कुमारी, इनायत. एसआव सुर्य देव प्रसाद आदि जख्मी हो गए .
पुलिस बल पर पथराव की सूचना पर पुलिस मुख्यालय द्बारा मोतिहारी पुलिस लाइन पीपराकोठी पुलिस, चकिया पुलिस एवं पीपरा पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची. इस दौरान पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाने व पुलिस टीम पर हमला करने वाले करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया है. चकिया डीएसपी सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया गया कि पुलिस कर्मी घायल हुए हैं. मामले में 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. वहीं ग्रामीण पुलिस पर महिलाओं के साथ मारपीट करने का आरोप लगा रहे हैं. घटना में गोली चलने का वीडियो वायरल हुआ है. इसमें चार पांच राउंड फायरिंग होने की भी चर्चा है. हालांकि पुलिस गोली चलने की बात से इनकार कर रही है.
इस घटना को लेकर ग्रामीण अपने घरों में ताला बंद कर कर फरार हैं. ग्रामीण महेन्द्र राय ने बताया कि रात्रि में बहुत पुलिस आयी थी. हमें भी पुलिस पकड़ लिया पर मैंने अपने को निर्दोष बताया, तब जाकर छोड़ दिया. महिला सीम रिखिया देवी ने बताया कि हमारा बेटा मोतिहारी से काम कर के रात्रि में घर आइल, खाना खा के सुतल रहे कि पुलिस पकड़ ले लिहल. ग्रामीणों में चर्चा है कि पुलिस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए लोगों में कुछ निर्दोष की भी गिरफ्तारी हुई है.