चतरा, मो तस्लीम. झारखंड में पुलिस और सुरक्षा बलों ने मिलकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के 25 लाख के इनामी नक्सली समेत 5 माओवादियों को मार गिराया. मुठभेड़ चतरा-पलामू सीमा पर हुई. सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की. दोनों ओर से जमकर गोलीबारी हुई. मुठभेड़ में गौतम पासवान समेत 5 नक्सली मारे गये हैं. मारे गये नक्सलियों में 25-25 लाख रुपये के दो व 5-5 लाख रुपये के तीन इनामी नक्सली शामिल हैं. मारे गये नक्सलियों में भाकपा माओवादी के सैक सदस्य गौतम पासवान व चार्लिस उरांव शामिल हैं.
सुरक्षा बलों ने पलामू-चतरा सीमा पर लावालौंग थाना क्षेत्र में माओवादियों खिलाफ अभियान (Anti Naxal Operation) शुरू किया था. इस अभियान में सीआरपीएफ 190 बटालियन, कोबरा बटालियन, जैप, आईआरबी के साथ-साथ पलामू और चतरा के जिला बल को लगाया गया था. एंटी नक्सल अभियान के दौरान लावालौंग थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने 5 माओवादियों को मार गिराया है. मुठभेड़ में मारा गया गौतम पासवान भाकपा माओवादी का स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) सदस्य था.
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इनके अलावा 3 सबजोनल कमांडर अमर गंझू, नंदू व संजीत भुईयां ऊर्फ सुजीत भी मुठभेड़ में ढेर हो गये. एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान पुलिस व कोबरा 203 बटालियन को यह बड़ी सफलता मिली है. मुठभेड़ में आधा दर्जन से अधिक माओवादियों को गोली लगने की भी सूचना है. मुठभेड़ के बाद मौके से सुरक्षा बलों ने हथियार व नक्सल सामान भी बरामद किये हैं.
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मुठभेड़ की सूचना मिलते ही डीआईजी नरेंद्र कुमार सिंह लावालौंग पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले जवानों का हौसला बढ़ाया. मौके पर उन्होंने कहा कि आज एक ऐतिहासिक सफलता मिली है. इससे सुरक्षा बलों का मनोबल काफी बढ़ा है. गौतम पासवान व सुरेश पासवान दुर्दांत नक्सली थे. दोनों के खिलाफ चतरा व पलामू जिले के विभिन्न थानों में 50-60 मामले दर्ज हैं.
उन्होंने कहा कि दोनों नक्सलियों ने पुलिस को काफी नुकसान पहुंचाया है. डीआईजी ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान जारी रहेगा. नक्सली सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठायें, नहीं तो इसी तरह मारे जायेंगे. उन्होंने कहा कि कि चतरा एसपी राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी बड़ी संख्या में लावालौंग के नौडीहा जंगल में किसी हमले की प्लान बना रहे हैं.
लावालौंग थाना प्रभारी को यह जानकारी दी गयी. पलामू एसपी को भी इसकी जानकारी दी गयी. कोबरा 203 बटालियन और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में नक्सलियों को मार गिराया गया. डीआईजी ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से पुलिस से लूटी गयी दो एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल व दो भरमार राइफल बरामद की गयी.
डीआईजी ने बताया कि वर्ष 2010 में प्रतापपुर थाना क्षेत्र के सतबहिनी में हुई मुठभेड़ में कई जवान शहीद हो गये थे. इस मुठभेड़ में गौतम शामिल था. मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बल के जवान पूरे क्षेत्र में सर्च अभियान चला रहे हैं. मौके पर एसपी राकेश रंजन समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
नौडीहा मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने अपने साथी चितरंजन की शहादत का बदला ले लिया. 18 सितंबर 2022 में माओवादियों की गोली से सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार शहीद हो गये थे. तभी से सुरक्षा बल के जवान माआवादियों को घेरने में लगे थे. इससे पहले, 28 जनवरी को कुंदा थाना क्षेत्र के घुट्टीटोंगरी गांव जंगल मे मनोहर गंझू के दस्ते के सदस्य राजेश बैगा को मार गिराया था. इस तरह दो माह में पुलिस के लिए यह दूसरी बड़ी सफलता है.