विश्व कप 2023 में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रही है. भारत ने आठ अक्टूबर को खेले गए अपने पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से शानदार जीत हासिल की थी. मगर उस मुकाबले में कप्तान रोहित शर्मा शून्य पर ही अपना विकेट गंवा बैठे थे. जिसके बाद स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और विकेटकीपर केएल राहुल ने मैच को संभाला और जीत दर्ज कराई. जिसके बाद 11 अक्टूबर को अफगानिस्तान के साथ खेले गए मुकाबले में रोहित शर्मा ने कप्तानी पारी खेली और 84 गेंदों में 16 चौके और पांच छक्कों की मदद से 131 रन बनाए. पूर्व भारतीय खिलाड़ी श्रीसंत ने रोहित शर्मा के फॉर्म और बेहतरीन प्रदर्शन के पीछे एमएस धोनी का हाथ बताया है. उन्होंने यह भी कहा कि धोनी ये बात कभी नहीं मानेंगे.
एमएस धोनी उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिनकी हर जगह तारीफ होती है. माही मैदान में हो या मैदान के बाहर फैंस उन्हें हर परिस्थिति में पसंद करते हैं. भारतीय टीम में कई खिलाड़ी आए और चले गए पर धोनी ने सन्यास के बाद भी सभी के दिलों पर राज किया है. सन्यास लेने के बाद, अब वो कभी विदेश में तो कभी मुंबई के बीच के किनारे अपने फैंस के साथ मस्ती मजाक करते नजर आते रहते हैं. एमएस धोनी कई दफा रांची की सड़कों को भी अपनी बाइक और कार से नापते नजर आते हैं. वहीं प्रशंसक धोनी के जमीन से जुड़े स्वभाव की भी सराहना करते हैं. सिर्फ फैंस ही नहीं बल्कि धोनी के पूर्व और मौजूदा साथी भी उनकी दयालुता के अनसुने किस्से शेयर करते रहते हैं. हाल ही में, भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत ने धोनी के चरित्र की भरपूर प्रशंसा की और कहा कि यह खिलाड़ी उन लोगों में से है जो कभी भी अपने अच्छे काम का श्रेय नहीं लेते हैं.
श्रीसंत ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत के दौरान धोनी की महानता का बखान करते हुए कहा ‘एमएस धोनी कभी नहीं कहेंगे कि उन्होंने रोहित शर्मा का करियर बनाया. मैं उन्हें बहुत अच्छे से जानता हूं. मैं ऐसा इसलिए कह सकते हैं क्योंकि एमएस धोनी ने उन्हें मौका दिया. आप जानते हैं उन्होंने, उन्हें मौका क्यों दिया? क्योंकि उन्हें पता था कि उस नंबर पर वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे.” चाहे वह रैना हों, विराट हों या अश्विन हों. उन्होंने अपनी बात आगे कहते हुए कहा ‘माही भाई ने मेरे करियर, यहां तक कि हर किसी के करियर में एक बड़ी भूमिका निभाई है. इसे कोई नहीं बदल सकता. लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों किया? क्योंकि वह जानते थे कि अगर वह उन खिलाड़ियों का समर्थन करेंगे, तो वे अगले स्तर पर जाएंगे और वहां पर भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने आगे कहा, ‘हमें वह समर्थन मिला जो उन्हें खुद नहीं मिला.’
एमएस धोनी ने 332 मैचों में भारत का नेतृत्व किया है, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी कप्तान द्वारा सबसे अधिक है. इनमें से उसने 178 जीते, 120 हारे, छह बराबरी पर रहे और 15 का कोई नतीजा नहीं निकला. एक कप्तान के तौर पर उनका जीत प्रतिशत 53.61 है. यह उनके द्वारा जीती गई ट्रॉफियों के साथ मिलकर उन्हें भारत का अब तक का सबसे सफल कप्तान बनाता है. इन 332 मैचों में, उन्होंने 330 पारियों में 46.89 की औसत और 76 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 11,207 रन बनाए. उन्होंने एक कप्तान के रूप में 11 शतक और 71 अर्धशतक बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 224 था. यह कहना सुरक्षित है, की एमएस धोनी पर कप्तानी का बोझ का असर कभी नहीं पड़ा. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी सफलता का असर फ्रेंचाइजी क्रिकेट पर भी पड़ा. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और राइजिंग पुणे सुपरजायंट (आरपीजी) का प्रतिनिधित्व और नेतृत्व किया. धोनी ने 2010, 2011, 2018, 2021 और 2023 में सीएसके के साथ पांच आईपीएल खिताब जीते. उन्होंने 2010 और 2014 में सीएसके के साथ दो चैंपियंस लीग टी20 खिताब भी जीती है.