भारत में हर साल कई नये युवा क्रिकेटरों का जन्म होता है. जिसमें कुछ विराट कोहली, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर जैसा नाम कमा जाते हैं, तो कुछ ऐसे हैं जो गुमनामी में खो जाते हैं. कुछ मैचों में अपना जल्वा दिखाने के बाद हमेशा के लिए क्रिकेट के मैदान से गायब हो जाते हैं.
हम ऐसे ही एक भारतीय क्रिकेटर की बात करेंगे, जिसने मैदान पर धमाकेदार इंट्री की, लेकिन कुछ मैच खेलकर गायब हो गये. उस खिलाड़ी की चर्चा भले ही उनके कारनामे के चलते नहीं होती है, लेकिन उन्हें भारत के सबसे पढ़े-लिखे क्रिकेटर के रूप में हमेशा याद किया जाता है.
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दरअसल हम बात कर रहे हैं आविष्कार साल्वी की. साल्वी ने मध्यमक्रम के तेज गेंदबाज के रूप में टीम इंडिया में डेब्यू किया था. उन्हें 11 अप्रैल 2003 को बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में भारत के लिए पहली बार खेलने का मौका मिला. लेकिन चोट के कारण उनका कैरियर केवल 7 महीन में ही खत्म हो गया. उन्होंने आखिरी बार वनडे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18 नवंबर 2003 को खेला. 4 वनडे में उन्होंने केवल 4 विकेट चटकाये. हालांकि उन्होंने 2009 और 2011 में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से आईपीएल में हिस्सा लिया था. 7 आईपीएल मैचों में उन्होंने 7 विकेट चटकाये.
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बहरहाल साल्वी का क्रिकेट में कोई बड़ा योगदान तो नहीं रहा, लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई से सभी का दिल जीत लिया. उन्होंने पढ़ाई में ऐसी डिग्री हासिल की है, जिसमें उन्हें ISRO और NASA से भी नौकरी का ऑफर मिल सकता था. साल्वी ने स्ट्रोफिजिक्स में पीएचडी की है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra