नयी दिल्ली : 2021 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पहले चरण में बल्ले से शानदार वापसी के बावजूद, अनुभवी भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन सितंबर में पहले टी-20 विश्व कप टीम में अपनी छाप छोड़ने में विफल रहे और उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया. लेकिन वह विजय हजारे ट्रॉफी में भी एक्शन में नहीं लौटे. उन्होंने तीन पारियों में केवल 26 रन बनाए, जिसमें एक डक भी शामिल है.
बेहतरीन फॉर्म में नहीं होने के बावजूद भी पूर्व भारतीय मुख्य कोच और टीम के चयनकर्ता अंशुमान गायकवाड़ ने जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में शिखर धवन के शामिल होने का समर्थन किया है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद एक्शन में लौटे शिखर धवन की फॉर्म चिंता का विषय बनी हुई है. उन्होंने आईपीएल 2021 के दूसरे सीजन में 8 पारियों में 207 रन बनाए.
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विजय हजारे ट्रॉफी की बात करें तो धवन ने तीन मैचों में 0, 12 और 14 रन बनाए हैं. जबकि आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ लगातार आग उगल रहे हैं. उन्होंने अब तक विजय हजारे ट्रॉफी में तीन शतक ठोक दिया है. गायकवाड़ ने स्पोर्टस्टार से कहा कि यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि चयनकर्ता इसे कैसे देखते हैं.
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि फॉर्म बदल सकता है लेकिन वर्ग बना रहता है और शिखर जैसे बल्लेबाजों को फॉर्म में आने के लिए सिर्फ एक अच्छी पारी की जरूरत होती है. कभी-कभी, आपके पास एक खराब पैच होता है और यह सुनील गावस्कर और मोहिंदर अमरनाथ सहित सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ हुआ है. उस चरण में, आप कितनी भी कोशिश कर लें, आपको परिणाम नहीं मिलता है.
गायकवाड़ ने कहा कि अगले टीम प्रबंधन वर्ल्ड कप 2023 के लिए युवाओं को तैयार करना चाहता है. लेकिन शिखर धवन के पास व्यापक अनुभव है. ठीक है, वह सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है, लेकिन फिर उसके जैसा एक बड़ा बल्लेबाजी अनुभव लाता है, जो दक्षिण अफ्रीकी परिस्थितियों में बहुत महत्वपूर्ण है. वह खेल को अपने इर्दगिर्द घुमा सकता है और नौजवान का मार्गदर्शन भी कर सकता है.