सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टी20 मैच की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली है. प्रसिद्ध को कप्तान का काफी समर्थन मिला है और पहले मैच में 50 रन लुटाने के बाद उन्होंने दूसरे मुकाबले में तीन विकेट चटकाए. सूर्यकुमार यादव की कप्तानी शैली के बारे में पूछे जाने पर प्रसिद्ध ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘यह उनके (सूर्यकुमार) बल्लेबाजी करने के तरीके से पता चलता है – उनकी कप्तानी भी इसके समान है। वह अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं, हम जो करना चाहते हैं उसे करने के लिए हम सभी का समर्थन करते हैं और अगर हम कुछ गलत करते हैं तो वह हमारा समर्थन करने के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं.’
रोहित शर्मा अपने खिलाड़ियों को काफी आजादी देने के लिए जाने जाते हैं और मुंबई इंडियन्स टीम के उनके साथी सूर्यकुमार भी इससे अलग नहीं हैं. कर्नाटक के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध ने कहा कि भारत के विश्व कप अभियान का हिस्सा बनकर उन्होंने बहुत कुछ सीखा, हालांकि उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला. भारत खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार गया. उन्होंने कहा, ‘टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए बहुत बड़ी सीख थी. जब से मैं टीम का हिस्सा बना हूं तब से यह मेरे लिए सबसे बड़ी सीख है. जिस तरह से लोग तैयारी करते हैं, आपको जितनी सूचना मिलती है, उससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है. स्वयं करके सीखने का कोई विकल्प नहीं है और प्रसिद्ध ने विश्व कप के डग-आउट में बैठने और मैदान पर उतरकर दबाव की स्थिति में टीम के लिए इसे क्रियान्वित करने के अंतर को समझा.
दूसरे टी20 में भारत को 235 रन के विशाल स्कोर का बचाव करना था लेकिन प्रसिद्ध ने स्वीकार किया कि रविवार के मुकाबले में दूधिया रोशनी में दूसरी पारी में गेंदबाजी करना मुश्किल था क्योंकि ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में ओस के कारण गेंद काफी गीली हो रही थी. कर्नाटक के इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘गेंदबाजी करना काफी मुश्किल था. हम विशाखापत्तनम में भी ओस से निपटने की योजना बना रहे थे लेकिन सौभाग्य से हमें वहां ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ा. लेकिन यहां (तिरुवनंतपुरम) मैदान काफी गीला था. आठवें ओवर में भी जब मुकेश (कुमार) गेंदबाजी कर रहे थे तब काफी अधिक ओस थी.’
प्रसिद्ध ने पिच क्यूरेटर से भी बात की जिन्होंने उन्हें बताया कि मिट्टी का एक हिस्सा कर्नाटक से लाया गया था. इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘तो हम जानते थे कि पिच थोड़ी धीमी होगी लेकिन हमें पता था कि ओस की भूमिका होगी और दूसरे हाफ में बल्लेबाजी करना आसान होगा.’ उन्होंने ओस के बावजूद अच्छी गेंदबाजी करने के लिए अक्षर पटेल (25 रन पर एक विकेट) और रवि बिश्नोई (32 रन पर तीन विकेट) की तारीफ की. प्रसिद्ध ने कहा, ‘छठे, सातवें और आठवें ओवर में ओस आ चुकी थी। अक्षर ने जिस तरह गेंदबाजी की और रवि बिश्नोई ने महत्वपूर्ण समय पर दो विकेट लिए. ओस पड़ने के बावजूद उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.