श्रीलंकाई क्रिकेट पर संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहा है. इंग्लैंड दौर पर टीम की शर्मनाक हार और खिलाड़ियों के बायो बबल उल्लंघन (violates bio bubble ) मामले से श्रीलंकाई टीम की जमकर आलोचना हुई है.
इधर बायो बबल उल्लंघन मामले की जांच के लिए श्रीलंका क्रिकेट (slc) ने जांच के लिए पांच सदस्यीय पैनल का गठन किया है. दरअसल कुसाल मेंडिस (Kusal Mendis), निरोशन डिकवेला (Niroshan Dickwella ) और दनुष्का गुणातिलक (Danushka Gunatilak) के बायो-बबल का उल्लंघन किया था, जिसके बाद उन्हें बीच सीरीज में ही स्वदेश जाने का आदेश दे दिया गया था.
तीनों खिलाड़ियों का इंग्लैंड की सड़कों पर मस्ती करते वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद तीनों के खिलाफ कार्रवाई की गयी थी.
जांच पैनल में कौन-कौन हैं शामिल
श्रीलंका क्रिकेट ने जो जांच पैनल का गठन किया है, उसमें न्यायमूर्ति निमल दसानायक (श्रीलंका के उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश), पंदुका कीर्तिनंदा (अधिवक्ता), असेला रेकावा (अधिवक्ता), उचिता विक्रमसिंघे (अधिवक्ता) और मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एमआरवी डि जोयसा शामिल हैं.
गौरतलब है कि श्रीलंकाई क्रिकेट पिछले काफी समय से मैदान के अंदर और बाहर खराब समय से गुजर रहा है. खिलाड़ियों और एसएलसी के बीच राष्ट्रीय अनुबंधों को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है और बोर्ड का कहना है कि इस समय इसकी जरूरत नहीं थी.
बुधवार को 30 में से 29 खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ 13 जुलाई से शुरू हो रही शृंखला के लिए दौरा अनुबंध पर हस्ताक्षर किए. सीनियर खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने कथित तौर पर अनुबंध से इनकार कर दिया और वह संन्यास लेने पर विचार कर रहे हैं. श्रीलंका ने इंग्लैंड दौरे पर बारिश के कारण रद्द एक मैच के अलावा सभी मुकाबले गंवा दिए थे.