Virat Kohli Rahul Dravid Interview: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में 186 रन की पारी खेली और तीन साल से अधिक समय के लंबे इंतजार के बाद टेस्ट में शतकीय सूखे को खत्म किया. यह उनके टेस्ट करियर का 28वां जबकि कुल 75वां अंतरराष्ट्रीय शतक था. वहीं, इस शानदार पारी के बाद कोहली ने स्वीकार किया कि तीन साल से अधिक समय में टेस्ट शतक नहीं बनाना उन्हें लगातार परेशान कर रहा था. जो उनके लिए चीजों को और मुश्किल बना रहा था.
अहमदाबाद टेस्ट के बाद विराट कोहली ने BCCI.tv पर भारतीय कोच राहुल द्रविड़ के साथ खास बातचीत में कहा कि टेस्ट में एक बड़ा शतक बनाने की बेताबी में उन्होंने उम्मीदों को खुद पर हावी होने दिया. उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं, तो अपनी खामियों के कारण मैंने खुद पर परेशानी को हावी होने दिया. क्रिकेट में तीन अंकों का आंकड़ा हासिल करने की बेताबी ऐसी चीज है, जो एक बल्लेबाज के रूप में आप पर हावी हो सकती है. मैंने कुछ हद तक अपने साथ ऐसा होने दिया, लेकिन इसका दूसरा पहलू यह है कि मैं ऐसा खिलाड़ी नहीं हूं, जो 40-45 रन से खुश रहे. मुझे टीम के लिए प्रदर्शन करने में बहुत गर्व महसूस होता है.’
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— BCCI (@BCCI) March 14, 2023
कोहली ने अहदाबाद टेस्ट में रवींद्र जडेजा, केएस भरत और अक्षर पटेल के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी करते हुए 186 रन बनाए, जिससे भारत को बढ़त लेने में मदद मिली और टीम इंडिया ने 7 जून को द ओवल में होने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. इसपर उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि यह WTC फाइनल से ठीक पहले सही समय पर आया और मैं निश्चित रूप से बहुत आराम से और बहुत उत्साहित होकर वहां जाऊंगा.’
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कोहली ने अपने शतक के बारे में बात करना जारी रखा और विस्तार से बताया कि यह न केवल उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बल्कि टीम के लिए भी कितना महत्वपूर्ण था. उन्होंने कहा, ‘सच कहूं तो, मैंने अपनी कमियों के कारण जटिलताओं को अपने ऊपर थोड़ा सा बढ़ने दिया है. मुझे लगता है कि तीन अंकों का अंक हासिल करने की हताशा एक ऐसी चीज है जो एक बल्लेबाज के रूप में आप पर बढ़ सकती है, हम सभी ने इसका अनुभव किया है.’ ‘जब मैं 40 पर बल्लेबाजी कर रहा था तो मुझे पता था कि मैं यहां 150 रन बना सकता हूं और इससे मेरी टीम को मदद मिलेगी, जो मुझे खा रहा था.’ बता दें कि चौथा टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त होने के बावजूद भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली और लगातार चौथी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाया.