CM Arvind Kejriwal on Modi Government: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. केजरीवाल ने कहा कि बड़ी कंपनियों के 5 लाख करोड़ टैक्स केन्द्र सरकार ने माफ कर दिए, और गरीबों के खाने पीने की चीजों पर भी सरकार टैक्स लगा रही है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने केन्द्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर केंद्र का पैसा कहां जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र के पास आठवां वेतन आयोग के लिए भी पैसे नहीं हैं. ऐसी क्या हालात हो गई है कि केन्द्र सरकार को टैक्स लगाना पड़ा.
सरकार नहीं वहन कर पा रही सैनिकों की पेंशन: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह देश के इतिहास में पहली बार है कि केंद्र ने उनकी अग्निपथ योजना को सही ठहराते हुए कहा कि वे ऐसा कर रहे हैं इसलिए उन्हें अब रक्षा कर्मियों को पेंशन नहीं देनी होगी. यानी सैनिकों के पेंशन का खर्च इतना बढ़ गया कि केंद्र सरकार उसका वहन नहीं कर पा रही है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि कोई सरकार ऐसा कह रही है.
Delhi | It is for the first time in the history of the country that the Centre, justifying their Agnipath Yojna, said they're doing it so they do not have to pay pensions to defence persons anymore: CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/SJkDsHIKjs
— ANI (@ANI) August 11, 2022
75 सालों से खाद्यान्न पर नहीं लगा कर: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले 75 सालों में कभी भी सरकार ने बुनियादी खाद्यान्न पर कर नहीं लगाया. पेट्रोल और डीजल पर टैक्स 1000 करोड़ से अधिक है. वे अब कह रहे हैं कि सरकार की सभी मुफ्त चीजें खत्म होनी चाहिए, सरकारी स्कूलों, अस्पतालों में फीस ली जानी चाहिए. वे कह रहे हैं कि मुफ्त राशन बंद कर दिया जाए. क्या सरकार के पास फंड खत्म हो गए हैं.
Never in past 75 years has govt taxed basic food grains. Tax over petrol & diesel is over 1000 cr. They're now saying all free things by govt should end, fee should be charged in govt schools, hospitals. They're saying free rations to be stopped: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/yE6MFXIXHE
— ANI (@ANI) August 11, 2022
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कहां गया केंद्र का सारा पैसा? केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे सरकारी पैसे से अपने दोस्तों का कर्ज माफ कर रहे हैं. उन्होंने अपने अरबपति दोस्तों के टैक्स भी माफ कर दिए हैं. लेकिन को खाद्यान्न पर टैक्स चुकाना पड़ रहा है.