दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात का कार्यक्रम करने वाले मौलाना साद समेत कई लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने वीजा नियमों का उल्लंघन करने वाले 1900 जमातियों को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा बुधवार को दर्ज किया है. पुलिस की ओर से मौलाना साद समेत 17 लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया है. हालांकि, इसमें से 11 लोग खुद को कोरेंटाइन बताकर पुलिस के सामने आने से बच रहे हैं. इससे पहले मौलाना साद ने भी खुद को कोरेंटाइन बताया था. माना जा रहा है कि उसका आइसोलेशन पीरियड खत्म हो गया है और पुलिस कभी उसे गिरफ्तार कर सकती है.दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को मौलाना के सामने आने का इंतजार है. जांच एजेंसी को मरकज के बैंक अकाउंट्स की डीटेल, इनकम टैक्स रिटर्न और 1 मार्च के बाद आए जमातियों का लेखा-जोखा हासिल करना है.
दिल्ली के कोरेंटाइन सेंटर में फिलहाल 2400 से ज्यादा जमाती रखे गए हैं, जिनमें 746 कोरोना पॉजिटिव बताए गए हैं. अभी कई जमातियों की रिपोर्ट आनी बाकी है. क्राइम ब्रांच ने सोमवार को मरकज से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ की थी. हालांकि अभी तक की तफ्तीश में कुछ खास हाथ में नहीं आया है. मौलाना साद समेत सात लोगों के खिलाफ 31 मार्च को नामजद मुकदमा किया गया था. सूत्रों का कहना है कि अभी कई जमाती स्थानीय लोगों के घरों में भी हो सकते हैं. ऐसे में उनकी खोज करना बेहद जरूरी है.