Delhi Mayor Election: दिल्ली नगर निगम चुनाव (MCD) के बाद आज मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के लिए छह सदस्यों का चुनाव होना है. बहुमत नहीं होने के बावजूद बीजेपी (BJP) ने मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा किया है. वहीं, कांग्रेस ने चुनाव में शामिल नहीं होने का फैसला किया है. जिसको लेकर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस का वाकआउट करना बीजेपी को मदद करेगा.
सिविक सेंटर में मतदान प्रक्रिया सुबह 11 बजे से शुरू होगी. सबसे पहले एमसीडी के सभी नव निर्वाचित पार्षदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी. इसके तुरंत बाद, बैलेट पेपर के जरिए मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव की चुनावी प्रक्रिया शुरू होगी.
बताते चलें कि दिल्ली नगर निगम के लिए पिछले साल 4 दिसंबर को चुनाव संपन्न हुए थे और 7 दिसंबर को नतीजे आए थे. एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 250 में से 134 वार्डों में जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी को 104, कांग्रेस को सिर्फ 9 वार्डों में जीत मिली थी. AAP ने मेयर पद के लिए ईस्ट पटेल नगर वार्ड की पार्षद शैली ओबेरॉय को अपना प्रमुख और चितरंजन पार्क वार्ड की पार्षद आशु ठाकुर को बैकअप उम्मीदवार बनाया है. जबकि, बीजेपी ने शालीमार बाग वार्ड की पार्षद रेखा गुप्ता को अपना मेयर उम्मीदवार बनाया है. डिप्टी मेयर पद के लिए ‘आप’ की तरफ से आले मोहम्मद इकबाल प्रमुख और जलज कुमार बैकअप प्रत्याशी हैं. वहीं, बीजेपी ने कमल बागरी को डिप्टी मेयर पद का उम्मीदवार बनाया है. स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के लिए 6 सीटों पर 7 उम्मीदवार मैदान में हैं. आम आदमी पार्टी की तरफ से करावल नगर वार्ड से आमिल मलिक, हरिनगर वार्ड से रमिंदर कौर, सीमापुरी वार्ड से मोहिनी जीनवाल और जंगपुरा वार्ड से सारिका चौधरी उम्मीदवार हैं. वहीं, बीजेपी की तरफ से कमलजीत शेहरावत, गजेंद्र दराल और पंकज लूथरा मैदान में हैं.
चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP और दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच फिर से मतभेद पैदा हो गया है. इस बार मतभेद की वजह मेयर पद के चुनाव से एक दिन पहले पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर है. एलजी ने बीजेपी की पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है. वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव भेजा गया था.
दिल्ली नगर निगम ने इस चुनाव के लिए वाइट, ग्रीन और पिंक कलर कोड तय किए हैं. इसमें वाइट बैलेट पेपर से मेयर पद के लिए वोट डाले जाएंगे. डिप्टी मेयर चुनाव के लिए ग्रीन बैलट पेपर का यूज होगा. वहीं, स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर्स के लिए पिंक बैलेट पेपर का यूज होगा. मेयर पद के चुनाव में चुने गए 250 पार्षदों के अलावा 14 नामित विधायक और 10 सांसद भी वोट डालेंगे. इन नामित 14 में 13 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं. इसके अलावा 10 सांसदों को भी वोटिंग का अधिकार है. इन 7 सांसदों में 7 बीजेपी के हैं तो आम आदमी पार्टी के 3 राज्यसभा सांसद हैं. ऐसे में कुल जिन 274 लोगों को वोटिंग का अधिकार है उनमें से 150 की संख्या आम आदमी पार्टी के पक्ष में है.
दिल्ली के मेयर चुनाव में दल-बदल कानून लागू नहीं होता है. ऐसे में पार्षदों के पाला बदलने में कोई कानूनी अड़चन नहीं होती है. इसके अलावा इस चुनाव में व्हिप लागू नहीं होता है. इस वजह से मेयर पद के चुनाव में जोड़-तोड़ की आशंका भी बनी रहती है. ऐसे में दिल्ली मेयर चुनाव में उलटफेर की संभावनाओं के दरवाजे खुले हुए हैं.