झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और आदिवासी मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मांग की है कि वह अपने उस मंत्री को बर्खास्त करें, जिन्होंने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है. पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री अखिल गिरि की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गयी टिप्पणी के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है.
राष्ट्रपति पर अखिल गिरि की टिप्पणी निंदनीय: अर्जुन मुंडा
अखिल गिरि की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अभद्र टिप्पणी घोर निंदनीय है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ऐसे नेता को तुरंत अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए. इसके लिए मंत्री को आदिवासी समाज और देश से माफी मांगनी चाहिए.
आदिवासी महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी शर्मनाक
श्री मुंडा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं और उनके कैबिनेट के एक मंत्री का आदिवासी समाज से आने वाली राष्ट्रपति पर ऐसी अभद्र टिप्पणी शर्मनाक है. आदिवासी समाज की महिला के देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने से दुनिया भर में यह संदेश गया है कि भारत में लोकतंत्र काफी मजबूत है. देश में सभी समाज को समान अधिकार हासिल है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को पहुंचा नुकसान
अर्जुन मुंडा ने कहा कि राष्ट्रपति काे लेकर ऐसे बयानों से हमारी अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान होता है. पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री के बयान से यह साफ जाहिर होता है कि वहां की सरकार के लिए आदिवासी प्राथमिकता में नहीं हैं और वे आदिवासी समुदायों को परेशान करने का काम करती रहेगी.
मंत्री की टिप्पणी के खिलाफ बर्दवान में प्रतिवाद रैली
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी की है. भारतीय जनता पार्टी ने मंत्री की टिप्पणी पर आपत्ति जतायी है. शनिवार को पश्चिम बंगाल में इसके विरोध में बर्दवान में प्रतिवाद रैली निकाली गयी. भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है.
तृणमूल सरकार की मानसिकता को दर्शाता है गिरि की टिप्पणी
श्री मजूमदार ने कहा कि राज्य के मंत्री अखिल गिरि की राष्ट्रपति के बारे में अभद्र टिप्पणी तृणमूल कांग्रेस सरकार और उसके नेताओं की मानसिकता को दर्शाती है. कहा कि तृणमूल सरकार मानो लगामविहीन हो गयी. इसके मंत्री और नेताओं पर भी कोई लगाम नहीं है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जब तृणमूल के सांसद ही बम बनाने का ब्योरा दे रहे हैं, तो इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के नेताओं का चरित्र क्या है.
नयी दिल्ली से ब्यूरो की रिपोर्ट