देवघर: महिला सशक्तीकरण और सुरक्षा का संदेश देने के लिए मध्य प्रदेश के राजगढ़ की रहनेवाली आशा मालवीय साइकिल से पूरे भारत की यात्रा पर निकली हैं. आशा ने बताया कि यात्रा के दौरान वह 25 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगी. वह सभी को यह संदेश देना चाहती हैं कि भारत महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित जगह है. मंगलवार को देवघर पहुंची आशा का इनरव्हील क्लब ऑफ देवघर की सदस्य सरिता साह, ममता किरण तथा गिरिडीह से आयी प्रेमा रघुनंदन व चंचला सहित अन्य महिलाओं ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया.
युवाओं को सफलता का दिया मंत्र
आशा मालवीय महिला सशक्तीकरण को लेकर मिसाल पेश कर रही हैं. वह अब तक 12 राज्यों में 11 हजार किलोमीटर का सफर 150 दिन में पूरा कर चुकी हैं. इतना ही नहीं अब तक नौ मुख्यमंत्रियों व नौ राज्यपालों से मुलाकात कर चुकी हैं. एक दिन में एक सौ से तीन सौ किलोमीटर तक की दूरी तय करती हैं. उन्होंने युवाओं के लिए संदेश देते हुए कहा कि कभी भी किसी चीज से हारें नहीं, बल्कि उसका डटकर मुकाबला करें तो निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी.
स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
देवघर पहुंची आशा मालवीय का इनरव्हील क्लब ऑफ देवघर की सदस्य सरिता साह, ममता किरण तथा गिरिडीह से आयी प्रेमा रघुनंदन व चंचला सहित अन्य महिलाओं ने बाबा बैद्यनाथ मंदिर में स्मृति चिन्ह देकर मंगलवार को सम्मानित किया. भारत विकास परिषद के पदाधिकारी आलोक मल्लिक व विलास भुईयां के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर बाबा मंदिर प्रांगण में सम्मानित किया. देवघर से वह साइकिल से गिरिडीह होते हुए बनारस के लिए निकल गयीं.