देवघर: उत्तर प्रदेश के भटनी स्टेशन पर प्री-नॉन-इंटरलॉकिंग व नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य किया जायेगा. इसे लेकर 27 अक्तूबर से आठ नवंबर तक जसीडीह के रास्ते चलने वाली कुछ ट्रेनों को डायवर्ट व पुनर्निर्धारित करने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत 30 अक्टूबर, पांच नवंबर, छह नवंबर व सात सात नवंबर को शुरू होने वाली 15048 गोरखपुर – कोलकाता पूर्वांचल एक्सप्रेस तथा छह नवंबर को शुरू होने वाली 13019 हावड़ा – काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस को गोरखपुर – कप्तानगंज के रास्ते डायवर्ट किया जायेगा. वह अपने वर्तमान मार्ग गोरखपुर-भटनी-सिवान के स्थान पर थावे-सिवान के रास्ते से चलेगी. वहीं 30 अक्टूबर, पांच नवंबर, छह नवंबर और सात नवंबर को खुलने वाली 15050 गोरखपुर-कोलकाता पूर्वाचल एक्सप्रेस अपने मौजूदा मार्ग गोरखपुर-भटनी-मऊ-इंदारा-बलिया-छपरा के बजाय परिवर्तित मार्ग गोरखपुर-कप्तानगंज-सिवान-छपरा के रास्ते चलायी जायेगी.
15049 कोलकाता-गोरखपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस (पांच नवंबर को शुरू होने वाली यात्रा) अपने मौजूदा मार्ग छपरा-बलिया-भटनी-गोरखपुर के बजाय छपरा-सिवान-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी. इसके अलावा, 15027 हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस (यात्रा 27 अक्टूबर को शुरू), 15027 हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस (यात्रा 28 अक्टूबर 30 अक्टूबर तीन नवंबर से सात नवंबर को शुरू), 13020 काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस (यात्रा 27 अक्टूबर और एक नवंबर को शुरू होने वाली) तथा 15048 गोरखपुर – कोलकाता पूर्वांचल एक्सप्रेस (यात्रा तीन नवंबर को शुरू होने वाली) को क्रमशः 120 मिनट, 60 मिनट, 60 मिनट और 90 मिनट तक पुनर्निर्धारित की जायेगी.
देवघर से सटे शंकरपुर में गुरुवार को डीआरएम चेतनानंद सिंह ने स्टेशन का निरीक्षण किया. उन्होंने स्टेशनों पर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं, वहां के सुरक्षा से संबंधित उपकरण, स्टेशनों को सुसज्जित और आधुनिक स्वरूप प्रदान करने के लिए भारतीय रेल की महत्वाकांक्षी ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के विकास-कार्यों का जायजा लिया. उसके बाद डीआरएम ने शंकरपुर सेक्शन के ट्रैक अनुरक्षण कार्य व ट्रैक की स्थिति की जांच के लिए दोनों रास्ते से विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया.
Also Read: Deoghar News: जसीडीह स्टेशन के 16 कैमरों के बीच से गायब हुआ बच्चा, 48 घंटे के बाद भी सुराग नहीं