देवघर एम्स में ओपीडी सेवा जल्द ही नये भवन में शुरू होने वाली है. दिसंबर में ओपीडी का नया भवन एम्स प्रबंधन को हैंडओवर कर दिया जायेगा, इसके बाद आयुष भवन से ओपीडी को नये भवन में शिफ्ट किया जायेगा. नये भवन में ओपीडी सेवा शुरू होते ही एक दिन में तीन हजार तक मरीजों का इलाज शुरू हो जायेगा. नये भवन में जीआइ सर्जरी (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी) सहित सात-आठ नये सुपर स्पेशलिस्ट विभाग के डॉक्टर्स मरीजों का इलाज शुरू करेंगे, जिसमें संबंधित विभाग के मरीज नंबर लगाकर दिखा पायेंगे. डॉक्टरों की चयन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. एम्स प्रबंधन ओपीडी संचालन के लिए नर्सिंग स्टॉफ, अटेंडेंट व सिक्योरिटी आदि की ड्यूटी लगाने से संबंधित तैयारी भी शुरू कर चुका है. इस दौरान मरीजों को किस प्रकार व्यवस्थित तरीके से इलाज हो पाये, इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है. ओपीडी में लगातार मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पिछले दिनों गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने देवघर एम्स की स्टैंडिंग फाइनांस कमेटी की ऑनलाइन बैठक में जल्द नये भवन में ओपीडी सेवा शुरू करने का निर्देश दिया था.
सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा है कि नये ओपीडी में 100 फीसदी सुपर स्पेशलिस्ट विभाग के डॉक्टरों की सेवा मिलेगी, इसकी तैयारी की जा रही है. सांसद ने एनबीसीसी के अधिकारियों को भी दिसंबर के पहले सप्ताह तक ओपीडी भवन हैंडओवर करने का अल्टीमेटम दिया था. वहीं एम्स प्रबंधन नये ओपीडी भवन में बिजली व वाटर कनेक्शन के काम में तेजी लाने निर्देश दिया है.
देवघर एम्स के निदेशक डॉ सौरभ वार्ष्णेय ने बताया कि ओपीडी का नया भवन नवंबर में ही शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन बिजली व वाटर कनेक्शन नहीं होने के कारण देरी हुई. दिसंबर से ओपीडी सेवा नये भवन में शुरू करने का लक्ष्य है. इसमें सभी सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सेवा मिलेगी. वर्तमान में ओपीडी में 900 से 1000 मरीजों का इलाज हो रहा है. नये भवन में शिफ्ट होने के बाद तीन हजार तक मरीजों के इलाज की क्षमता हो जायेगी.