Jharkhand News: कोविड संक्रमण के दौरान दो सालों तक श्रावणी मेला का आयोजन नहीं किया गया था. दो साल बाद विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला-2022 के आयोजन में सरकार और प्रशासन जुट गया है. इसी क्रम में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह देवघर पहुंचे और उन्होंने सदर अस्पताल स्थित सभागार में डीसी एवं देवघर के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व चिकित्सकों के साथ बैठक की. बैठक में श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले इस पर विस्तृत चर्चा की गयी. अपर मुख्य सचिव श्री सिंह ने कहा कि श्रावणी मेला के दरम्यान श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए हमें अभी से डॉक्टर्स एवं स्वास्थ्यकर्मी, पारामेडिकल स्टाफ, एम्बुलेंस, ट्रामा सेंटर, एमरजेंसी सेंटर्स आदि को दुरुस्त करना होगा, ताकि श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा सके.
श्रावणी मेला को लेकर इमरजेंसी मेडिकल डायरेक्ट्री तैयार करें
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि श्रावणी मेला को लेकर इमरजेंसी मेडिकल डायरेक्ट्री तैयार करवायें. इस डायरेक्ट्री में सभी अस्पतालों के नाम, प्रभारी के नाम और नंबर सहित आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्य करने वाले अस्पतालों का नाम-नंबर अनिवार्य रूप से रहे. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला को लेकर जो भी डिमांड है, मुख्यालय को जल्दी भेजें. मैनपावर की कमी है तो लिखित रूप से दें. दो महीने के लिए आउटसोर्सिंग पर कर्मियों की व्यवस्था की जायेगी. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मेला के दौरान डाॅक्टर एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की डिमांड भेजें. साथ ही पुराना सदर अस्पताल में इमजेंसी सेवा बहाल करने की तैयारी करें.
मेला के पूर्व मॉकड्रील कराएं
अपर मुख्य सचिव ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि श्रावणी मेला की सारी तैयारी पूरी हो जाना के बाद विभाग की तैयारी को लेकर मॉकड्रील करवायें ताकि इमरजेंसी के दौरान क्या क्या परेशानी हो सकती है, इसका पता लगाया जा सके. मेले के दौरान सभी दृष्टिकोण से तैयारी दुरुस्त कर लें. श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा हम सभी दे पायें, इस ओर गंभीरता से तैयारी करें.
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बैठक में ये सभी थे शामिल
डीसी मंजूनाथ भजंत्री, परियोजना निदेशक एड्स कंट्रोल समिति भुवनेश प्रताप सिंह, अपर सचिव आलोक त्रिवेदी, एमडी आदित्य रंजन, संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज सहित आरडीडीएच डॉ बीपी सिंह, सिविल सर्जन डॉ सीके शाही, एसीएमओ डॉ जेके चौधरी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रंजन सिन्हा, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, डीआरसीएचओ डॉ आलोक सिंह, डॉ प्रभात रंजन, डॉ दिग्विजय भारद्वाज, समेत सभी सीएचसी प्रभारी, डीपीएम, डीपीसी आदि मौजूद थे.
Posted By: Samir Ranjan.