Dhanbad News: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) में यूजी कोर्स के लिए नयी एजुकेशन पॉलिसी के तहत सिलेबस तैयार कर लिया गया है. नये सिलेबस को विवि की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है. अबतक 19 विषयों के सिलेबस को विवि के पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है. इससे पहले नये सिलेबस को विवि के एकेडमिक काउंसिल ने अपने 29 सितंबर 2022 को हुए बैठक में मंजूरी दी थी. नये सिलेबस में वोकेशनल कोर्स को अनिवार्य कर दिया गया है. कॉलेजों में यूजी की कक्षाएं दो नवंबर से शुरु होने के बाद नये सिलेबस के अनुसार पढ़ाई होगी.
यूजी में नयी शिक्षा नीति के लागू होते ही बीए, बीएससी और बी-कॉम जेनरल कोर्स की पढ़ाई बंद कर दी गयी है. अब सभी छात्रों को यूजी में रेगुलर कोर्स करना होगा. पिछले वर्ष तक वैसे छात्र जिनका इंटर में 45 प्रतिशत से कम अंक आता था, वह यूजी में जेनरल कोर्स करते थे. यूजी जेनरल कोर्स करने वाले छात्र ऑनर्स पेपर की पढ़ाई नहीं कर सकते थे. लेकिन अब नयी शिक्षा नीति के लागू होने से इसे बंद किया जा रहा है. अब इंटर में पास सभी छात्र यूजी रेगुलर कोर्स कर सकते हैं. नयी व्यवस्था में अब सभी छात्र अपने पसंद के विषय में बैचलर डिग्री ले सकेंगे.
बीबीएमकेयू की एमिशन सेल की चेयरपर्सन डॉ नमिता गुप्ता बताती हैं कि नयी व्यवस्था के तहत अब छात्रों को बैचलर इन आर्ट्स (बीए), बैचलर इन साइंस (बीएससी) या बैचलर इन कॉमर्स (बीकॉम) की डिग्री नहीं मिलेगी. अब छात्रों को संबंधित विषय में बैचलर डिग्री दी जायेगी. अगर फिजिक्स में तीन वर्ष तक स्नातक की पढ़ाई करते हैं, तो उसे बैचलर इन फिजिक्स की डिग्री की जायेगी. वहीं इसी विषय में चार वर्षीय यूजी कोर्स करने वाले छात्र को बैचलर इन फिजिक्स विथ ऑनर्स एंड रिसर्च की डिग्री दी जायेगी.
Also Read: इतिहास में पहली बार BSL कर्मियों को मिला बंपर बोनस, इतने रुपये का होगा भुगतान
बीबीएमकेयू में पीजी स्तर पर लाइफ साइंस में तीन स्पेशलाइज्ड विषय होंगे. यह तीन विषय होंगे लाइफ साइंस, बॉटनी और जूलॉजी. अब इन तीनों विषयों की पढ़ाई पूरी करने पर अलग अलग डिग्री दी जाएगी. अब बॉटनी या जूलॉजी में पीजी करने वाले विद्यार्थियों को एमएससी इन लाइफ साइंस (बॉटनी) और एमएससी इन लाइफ साइंस (जूलॉजी) की डिग्री मिलेगी. इसी के साथ लाइफ साइंस में भी पीजी जारी रहेगी. बता दें कि सत्र 2022-24 से बॉटनी और लाइफ साइंस का स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त कर दिया गया है. अब इन दोनों विषयों की पढ़ाई लाइफ साइंस के अधीन होगा. बता दें कि बॉटनी और जूलॉजी को लाइफ साइंस में मर्ज कर दिए जाने बाद एमएसएसी बॉटनी और जूलॉजी के लिए अलग -अलग आवेदन करने वाले करीब 150 विद्यार्थियों का विवि ने पैसा लौटा दिया है. इन दोनों विषयों के लिए करीब 200 विद्यार्थियों ने आवेदन कर दिया था. इनमें से करीब 150 विद्यार्थियों ने आवेदन शुल्क का भी भुगतान कर दिया था. विवि ने इन छात्रों का पैसा वापस कर दिया है.
बीबीएमकेयू व कॉलेजों में अभी कक्षाएं नहीं चल रही हैं. अभी केवल विश्वविद्यालय और कॉलेजों के कार्यालय खुले हैं. यह कार्यालय भी 21 अक्तूबर से बंद हो जाएंगे. अब विवि और कॉलेजों के कार्यालय दिवाली और छठ की छुट्टियों के बाद दो नवंबर से खुलेंगे. इसी दिन विवि और कॉलेजों में कक्षाओं एक महीने बाद संचालन शुरू होगा.