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Corona Effect: पब्लिक स्कूलों में दाखिले में आयी कमी, बंद हो गये 90 फीसदी प्ले स्कूल

वैश्विक महामारी कोविड-19 ने एजुकेशन सेक्टर को काफी प्रभावित किया है. देश में इस महामारी ने करीब एक वर्ष पहले दस्तक दी थी. बीते एक वर्ष ने हर क्षेत्र को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा. 10 महीनों से शिक्षण संस्थान अब जा कर आंशिक रूप से खुले हैं.

धनबाद : वैश्विक महामारी कोविड-19 ने एजुकेशन सेक्टर को काफी प्रभावित किया है. देश में इस महामारी ने करीब एक वर्ष पहले दस्तक दी थी. बीते एक वर्ष ने हर क्षेत्र को पूरी तरह बदल कर रख दिया है. शिक्षा का क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं रहा. 10 महीनों से शिक्षण संस्थान अब जा कर आंशिक रूप से खुले हैं. इसका असर शिक्षण संस्थानों में होने वाले नामांकन पर पड़ा है. चाहे स्कूल सरकारी हो या प्राइवेट. शहर के बड़े पब्लिक स्कूलों में नामांकन की संख्या में तो कमी नहीं आयी है, लेकिन इन स्कूलों में एंट्री क्लास में नामांकन के लिए आवेदकों की संख्या में 20 से 40 प्रतिशत तक की कमी आ गयी है. वहीं छोटे स्कूलों को छात्र जुटाना मुश्किल हो रहा है.

क्या है वजह : पिछले वर्ष सभी स्कूलों में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होते ही कोविड-19 ने जोरदार तरीके से देश में दस्तक दी थी. इस वजह से पिछले वर्ष मार्च से सभी स्कूल बंद हैं. नामांकन लेने के बाद भी बच्चे पूरे वर्ष स्कूल नहीं जा सके. इस वर्ष (2021-22) के दौरान भी अभिभावक इस बात को लेकर सशंकित हैं कि बच्चे जल्द स्कूल नहीं जा सकेंगे. ऐसे में अभिभावक बच्चों का नामांकन कराने के लिए स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

बंद हो गये 90 प्रतिशत प्ले स्कूल : कोविड-19 की वजह से सबसे अधिक प्रभावित शहर में प्ले स्कूल प्रभावित हुए हैं. जिले में मार्च 2020 तक 130 स्कूल संचालित हो रहे थे. इनमें से 90 प्रतिशत छोटे प्ले स्कूल बंद हो गये हैं. वहीं कुछ बड़े स्कूल के संचालकों को अब जल्द स्कूलों के खुलने की उम्मीद है. लेकिन सभी एक स्वर में स्वीकार कर रहे हैं कि इस महामारी ने उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया है. उन्हें अभिभावकों ने मार्च 2020 से ही फीस नहीं दिया है. पिछले वर्ष से अबतक एक भी नामांकन नहीं हुआ है. ना ही किसी अभिभावक ने अब तक नामांकन के लिए संपर्क किया है.

किस वर्ष कितने आवेदन और मौजूदा सीट

  • स्कूल 2021 2020 सीट

  • दिल्ली पब्लिक स्कूल 458 500 200

  • डीएवी कोयलानगर 766 550 300

  • राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर 100 130 40

  • धनबाद पब्लिक स्कूल 150 230 40

  • कार्मेल स्कूल 600 650 150

  • डी-नोबिली स्कूल सीएमआरआइ 630 406 250

घर से दे रहे हैं किराया : नारायणी किडजी प्ले स्कूल की संचालिका सुमन जलान को स्कूलों के शीघ्र खुलने की उम्मीद है. उनके स्कूल की शहर में झारुडीह, हाउंसिंग कॉलोनी और धनसार में तीन ब्रांच हैं. तीनों ब्रांच किराये के घर में संचालित हाे रहे हैं. सुमन बताती हैं कि पिछले 10 महीनों से उनके किसी ब्रांच के एक भी अभिभावक ने फीस नहीं दी है. ऐसे में तीनों जगहों पर स्कूल को बचाये रखने के लिए घर से किराया व बिजली बिल का भुगतान कर रही हैं.

कुछ ही अभिभावक दे रहें फीस : मटकुरिया स्थित न्यू किड्स लिटिल प्ले हार्ट स्कूल की संचालिका हरप्रीत कौर बताती हैं कि उनके यहां अधिकतर नामांकन मार्च व अप्रैल महीने में ही होते हैं. पिछले वर्ष जैसे ही नामांकन शुरू हुआ था, लॉकडाउन लग गया. ऐसे में इन बच्चों के अभिभावकों ने फीस देना बंद कर दिया हैं. हालांकि कुछ समझदार अभिभावक अब भी फीस दे रहे हैं. हरप्रीत बताती हैं कि यह समय उनके लिए काफी मुश्किल भरा रहा है. वह स्कूल बचाए रखने में अबतक सिर्फ इस लिए सफल रही हैं, क्योंकि वह इसे घर में चलाती हैं.

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Posted by: Pritish Sahay

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