धनबाद मॉडिफाइड साइलेंसर वाली बाइक जब्त करने गये धनबाद थाना प्रभारी पर बरटांड़ इलाके की एक नाबालिग लड़की व उसकी दादी का कपड़ा फाड़ने का आरोप लगा है. हालांकि थाना प्रभारी ने मामले को निराधार बताया है. कहा कि युवती और उसके परिजन से गाड़ी लाने के दौरान मुलाकात तक नहीं हुई. वहीं इस मामले को लेकर सोमवार को लड़की के परिजन धनबाद थाना पहुंचे. लड़की का कहना है कि रविवार की रात करीब 11 बजे चार पुलिस कर्मी घर में घुसे. अंदर आते ही बाइक की चाबी मांगी. मैं जब-तक कुछ कहती, तब-तक धनबाद थाना प्रभारी ने मेरी टी-शर्ट फाड़ दी. बुजुर्ग दादी आयी, तो उसके भी कपड़े फाड़ दिये. चाबी लेकर बाइक को जब्त कर लिया.
यदि गाड़ी पकड़नी थी, तो वह सड़क पर चलाते हुए पकड़ सकते थे. जिस मुहल्ला में उसका घर है, वहां से भगाने के लिए पुलिस ऐसा कर रही है. जबकि हम लोग हरियाणा में रहते हैं और छह माह पहले ही धनबाद आये हैं. इसी मुहल्ला में थाना प्रभारी रहते हैं. वह चाहते हैं कि हम लोग इस मुहल्ला को छोड़कर वापस चले जायें. क्योंकि उस मुहल्ले में आधा से ज्यादा जमीन हम लोगों के पूर्वजों ने बेची है. इस परिवार ने इंसाफ नहीं मिलने पर सामूहिक आत्महत्या की चेतावनी दी है.
एक माह से मिल रही है शिकायत
धनबाद थाना प्रभारी संतोष कुमार गुप्ता ने बताया कि एक माह से युवक की शिकायत मिल रही है कि वह अपनी बाइक में मॉडिफाइड साइलेंसर लगाये हुए है. उसकी आवाज से लोगों को परेशानी हो रही है. बहुत दिनों से ट्रेस किया जा रहा था. रास्ते में पकड़ने पर वह किसी को धक्का मार सकता था या गिरकर खुद जख्मी हो सकता था. इसलिए रविवार को ट्रेस होने के बाद उसके वाहन को घर से जब्त कर थाना लाया गया. ट्रैफिक विभाग को एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए लिखा गया है. परिजनों ने जो आरोप लगाये हैं, वह गलत है. इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है.