Baba Basukinath: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के तीसरे दिन गुरूवार को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में कांवरियों की भीड़ उमड़ी. पूर्वाहन 02:37 को बाबा का पट खोल गया. पूजा के उपरांत पूर्वाहन 3:40 से कांवरियों व श्रद्धालुओं ने बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की है. बाबा पर देवतुल्य श्रद्धालु सुगमता पूर्वक लगातार जलार्पण कर रहे हैं. सरकारी पूजा के बाद कतारबद्ध कांवरियों के लिए मंदिर गर्भगृह का पट खोल दिया गया. डीसी ने कहा श्रद्धालु सुविधापूर्वक जलार्पण करे इसका सभी ख्याल रखें. मंदिर प्रांगण शिवगंगा घाट व मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 32 हजार कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलार्पण कर मंगलकामना की. मंदिर परिसर बाबा के जयकारे से गूंजता रहा.
पाइपलाइन से सीधे मंदिर गर्भगृह शिवलिंग पर गिरता है जल
महिलाओं पुरुष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया. कांवरियों की श्रद्धा भक्ति व आस्था देखते ही बन रही थी. शिवभक्तों की कतार संस्कार मंडप, फलाहारी धर्मशाला शिवगंगा पीड़ तक सिमटी रही. मंदिर संकीर्तनशाला के समीप जलार्पण काउंटर पर शिवभक्त कांवरियों ने गंगाजल डाला. मंदिर प्रबंधन के अनुसार डेढ़ हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण काउंटर का लाभ उठाया. यहां डाले गए जल सीधे पाइपलाइन द्वारा मंदिर गर्भगृह शिवलिंग पर गिरता है.
3,98,937 रुपये की हुई आमदनी
बासुकिनाथ धाम मंदिर न्यास समिति को गुरुवार को विभिन्न श्रोतों से 3,98, 937 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. मंदिर परिसर स्थित विभिन्न दानपेटी से 1,58,560 रुपये एवं गर्भगृह गोलक से 58,000 रुपये नगद प्राप्त हुए. गोलक से 30 ग्राम चांदी एवं अन्य श्रोतों से 22,777 रुपये मंदिर को आमदनी हुई. दानपेटी व गोलक से निकले राशि की गिनती मंदिर प्रशासनिक भवन में सीसीटीवी व अधिकारी के निगरानी में किया गया.
532 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम किया
शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत गुरुवार को 532 श्रद्धालुओं ने बाबा फौजदारीनाथ की सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत मंदिर न्यास समिति को एक लाख 59 हजार 600 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. इसके तहत कांवरियों को मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का कूपन कटाना पड़ता है. मंदिर सिंह द्वार से उक्त श्रद्धालु को मंदिर प्रांगण में प्रवेश मिलता है. मंदिर प्रांगण स्थित विशेष द्वार से श्रद्धालु मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर जलार्पण करते हैं. मंदिर प्रबंधन के अनुसार इस व्यवस्था से कांवरिया खुश हैं. वहीं दस ग्राम चांदी के एक व पांच ग्राम चांदी के 02 सिक्के की बिक्री हुई और सोना 21 ग्राम मंदिर गोलक से प्राप्त हुए. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.
शिवगंगा में एनडीआरएफ की टीम सक्रिय
बासुकिनाथ शिवगंगा में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तीन शिफ्ट में एनडीआरएफ टीम की गोताखोर सक्रिय है. हालांकि, शिवगंगा की सफाई होने के कारण शिवगंगा में पानी कम है. शिवगंगा कुंड की ओर जाने से श्रद्धालुओं को रोका जाता है. कांवरिया पवित्र शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाकर भोलेनाथ का जलार्पण कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीम शिवगंगा की सभी घाट पर घूमते रहती है.