गुस्सा एक पूरी तरह से सामान्य, आमतौर पर स्वस्थ, मानवीय प्रतिक्रिया है. लेकिन, जब यह नियंत्रण से बाहर हो जाता है, तो यह काम पर, व्यक्तिगत रिश्तों और जीवन की समग्र गुणवत्ता में समस्याएं पैदा कर सकता है. इसलिए, यह सीखना सबसे अच्छा है कि क्रोध को कैसे प्रबंधित किया जाये और इसे किस तरीके से व्यक्त किया जाये, कि स्वीकार्य और स्वस्थ दोनों हो. अगर आप छात्र जीवन में ही यह सीख जाते हैं, तो मौजूदा वक्त के साथ ही आपके करियर और सामाजिक जीवन के लिए बेहद उपयोगी होगा…इसका हमारे पूरे व्यक्तित्व पर नकारात्मक असर पड़ता है. अपने गुस्से को दबाना या गुस्से को प्रबंधित करने का तरीका न जानना अन्य समस्याओं को जन्म दे सकता है. आइये कुछ तरीकों के बारे में जानें, जो आपको गुस्से को नियंत्रित करना सिखायेंगे…
गुस्से के लक्षणों को पहचानें
जब आपको गुस्सा आये, तो इसे पहचानना सीखें. इसके लिए जानने की कोशिश करें कि आपको किस बात पर गुस्सा आता है. शायद जब आपके बड़े आपकी अनदेखी करते हैं, तो आप निराश महसूस करते हैं या जब लोग आपकी बात नहीं सुनते हैं, तो चिल्लाने की अदम्य इच्छा होती है. चाहे जो भी हो, यह जानना जरूरी है कि आपको गुस्सा आने का कारण क्या है. एक बार जब आप उन संकेतों को पहचानना सीख जाते हैं, जिनसे पता चलता है कि आपका गुस्सा बढ़ने वाला है, तो आप अपने गुस्से को नियंत्रित और शांत करने के लिए बताये गये तरीकों का उपयोग करना सीख सकते हैं.
बोलने से पहले सोचें
अक्सर ऐसा होता है कि आवेश में आकर हम ऐसी बातें कह बैठते हैं, जो वास्तव में हमें कहना नहीं होता और बाद में हमें पछताना पड़ता है. माना कि क्रोध की भावनाओं के साथ बह जाना और आते ही बातें उगल देना आसान है. लेकिन, ऐसी विस्फोटक प्रतिक्रियाएं अक्सर साथियों के साथ मतभेद का कारण बनती हैं. इसलिए, जब आपको गुस्सा आये, तो सबसे अच्छी बात यह है कि एक कदम पीछे हटें, अपने विचारों को याद करें और कुछ भी कहने से पहले सोचें, दूसरों को भी ऐसा करने की अनुमति दें.
हास्य के साथ तनाव को दूर करें
हंसने और चीजों को मजाकिया मोड़ देने के तरीके ढूंढने से आप अपने गुस्से को आने से रोक सकते हैं. कॉमेडी फिल्में या स्टैंड-अप कॉमेडी देखें या वह सब करें, जो आपको गुदगुदाये. तनाव को कम करके, हास्य दिमाग को व्यापक बनाने में मदद करता है और आप में पहाड़ सी दिखने वाली चीजों को मामूली तरीके से देखने की प्रवृत्ति विकसित करता है.
मूल समस्या को पहचानें
गुस्सा एक समस्या का लक्षण है और इसका सबसे तात्कालिक समाधान ढूंढने से अधिक जरूरी है कि उस अंतर्निहित समस्या का समाधान हो जाये, जिसके कारण आप भड़क रहे हैं. समस्या के बारे में ठंडे दिमाग से सोचना और समाधान खोजना सबसे अच्छा है. यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि गुस्सा हमेशा गलत नहीं होता है और अक्सर जीवन की अपरिहार्य समस्याओं की प्रतिक्रिया होती है. फिर भी, क्रोध को प्रबंधित करने का तरीका जानने से यह सुनिश्चित होगा कि आप नियंत्रण खोये बिना उनका सामना करना सीखेंगे.
रिलेक्सेशन तकनीक का करें अभ्यास
गहरी सांस लें : हम जब क्रोधित होते हैं, तो हमारी सांसें उथली हो जाती हैं, इसलिए क्रोध को तुरंत नियंत्रित करने का तरीका जानने के लिए बस उस प्रवृत्ति को उलट दें और आप फिर से शांत महसूस करेंगे. गहरी सांस लें और शरीर को सामान्य स्थिति में रखने का प्रयास करें.
उल्टी गिनती करें : गहरी सांस लेने के साथ, सौ से उल्टी गिनती करना आपको अपने क्रोध की धुरी से अलग कर सकता है. आप जब तक गिनती पूरी करेंगे, संभवत: तब तक आपका गुस्सा कम हो जायेगा.
सैर के लिए जाएं : जो भी स्थिति आपको परेशान कर रही है, उससे ब्रेक लेना और टहलने जाना बेहतर है. इस तरह आप लोगों पर भड़कने से बचते हैं और अपने गुस्से को कम करने के लिए खुद को पर्याप्त समय देते हैं.
खुद को शांत करनेवाले वाक्यांश दोहराएं : कोई ऐसा वाक्यांश ढूंढ़ें, जो आपको शांत करे, जैसे ‘सब ठीक है’ या ‘रिलेक्स’ या ‘मैं गुस्सा नहीं करूंगा, मैं शांत रहूंगा’. और जब भी आप परेशान महसूस करें, तो इसे अपने आप से दोहराएं.