Hindi Diwas 2024 : बीते दशक में हिंदी किस हद तक शक्तिशाली हो गयी है, इसकी तस्दीक फोर्ब्स इंडिया की वह सूची करती है, जिसमें हिंदी इंग्लिश एवं मंदारिन चीनी के बाद तीसरी सबसे अधिक बोली जानेवाली भाषा है. हिंदी को भारत के साथ फिजी में भी राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. इसकी देवनागरी लिपि और विविध बोलियां भारतीय उपमहाद्वीप की भाषाई समृद्धि में योगदान करती हैं. जानें हिंदी हिंदी से जुड़े करियर के कुछ लोकप्रिय विकल्पों के बारे में.
बन सकते हैं हिंदी शिक्षक
सरकारी और निजी शिक्षण संस्थानों में हिंदी शिक्षकों के लिए नौकरी के बेहतरीन मौके उपलब्ध हैं. बीए (हिंदी) के बाद बीएड कर आप स्कूल शिक्षक के तौर पर जॉब हासिल कर सकते हैं. आप अगर हिंदी साहित्य में एमए करके पीएचडी कर लेते हैं और एनटीए की ओर से आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) पास कर लेते हैं, तो कॉलेज या विश्वविद्यालय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर जॉब हॉसिल कर सकते हैं.
अधिकारी बनने का है विकल्प
राजभाषा अधिकारी मुख्य रूप से राष्ट्रीयकृत बैंकिंग संस्थानों में नियुक्त किये जाते हैं. रेलवे भर्ती बोर्ड, एसबीआई, पेट्रोलियम कंपनियां, नाबार्ड, पीएसयू में भी राजभाषा अधिकारी की रिक्तियां निकाली जाती हैं. हिंदी में पोस्ट ग्रेजुएशन, साथ में ग्रेजुएशन स्तर पर एक विषय के तौर पर अंग्रेजी की पढ़ाई या संस्कृत में पोस्ट ग्रेजुएशन और ग्रेजुएशन स्तर पर हिंदी और अंग्रेजी की पढ़ाई करनेवाले अभ्यर्थी राजभाषा अधिकारी बनने की तैयारी कर सकते हैं.
अनुवाद में हैं बेहतरीन मौके
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की ओर से आयोजित जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर, जूनियर ट्रांसलेटर एवं सीनियर हिंदी ट्रांसलेटर एग्जामिनेशन में सफलता हासिल कर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों /संगठनों में नौकरी पा सकते हैं. सरकारी एवं गैर सरकारी एजेंसियां, प्रकाशन विभाग आदि में बड़े पैमाने पर अनुवाद का काम होता है. आप बतौर अनुवादक करियर बना सकते हैं.
पत्रकारिता में बना सकते हैं भविष्य
हिंदी पत्रकारिता में आप अच्छा करियर बना सकते हैं. आपके सामने प्रिंट मीडिया, न्यूज चैनल, रेडियो और वेब जर्नलिज्म तक एक बड़ा कार्यक्षेत्र है. बीए के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन, पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म, एमए इन जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन जर्नलिज्म, पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया में कोई एक कोर्स कर इस क्षेत्र में करियर शुरू कर सकते हैं.
बनें पटकथा लेखक व गीतकार
हिंदी में पटकथा, संवाद एवं गीत लिखने वालों के लिए फिल्म व टेलीविजन इंडस्ट्री एवं ओटीटी प्लेटफॉर्म में पहचान बनाने के अच्छे अवसर हैं. इसलिए हिंदी के रचनात्मक लेखकों की मांग लगातार बनी रहती है. पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पटकथा लेखन का कोर्स भी संचालित करता है. आप इस क्षेत्र में बेहतरीन करियर बना सकते हैं.
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