World Ocean Day 2024 : ओशनोग्राफी यानी समुद्र विज्ञान असल में विज्ञान का एक क्षेत्र है, जो मूल रूप से समुद्र के भौतिक और जैविक गुणों और उससे जुड़ी घटनाओं से संबंधित है. समुद्र विज्ञान समुद्र और उसके पर्यावरण का अध्ययन है. यदि आप समुद्र की भौतिक और रासायनिक संरचना का अध्ययन करना चाहते हैं और समुद्री जीवन में रुचि रखते हैं, तो आप समुद्र विज्ञान में करियर बनाने पर विचार कर सकते हैं. इसमें महासागरों के पारिस्थितिकी तंत्र और संरचनाओं से जुड़ी करियर की एक श्रृंखला शामिल है. यह उन छात्रों के लिए मुकम्मल क्षेत्र है, जिनमें सीखने की तीव्र भावना और जिज्ञासु दिमाग है.
आगे बढ़ने के अवसर हैं कई
ओशनोग्राफी या इस क्षेत्र से संबंधित विषय की पढ़ाई करने वालों के लिए सरकारी एवं निजी क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं. आप नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी), डिपार्टमेंट ऑफ ओशनोग्राफी, मेटियोरॉलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया, जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया आदि में जॉब हासिल कर सकते हैं. ओशनोग्राफर के लिए मरीन वर्कशॉप, नेवी, एजुकेशन सेक्टर, इंडस्ट्रियल रिसर्च लैबोरेटरीज, एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी आदि में मौके होते हैं. आप ओशनोग्राफर, मरीन पॉलिसी एक्सपर्ट, मरीन बायोलॉजिस्ट, रिसर्च एसोसिएट, मरीन एनवायरनमेंटलिस्ट आदि के तौर पर स्वयं को आगे बढ़ा सकते हैं.
बारहवीं के बाद चुनें विकल्प
फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी से बारहवीं पास करने के बाद मरीन साइंस के बीएससी प्रोग्राम में प्रवेश लेकर ओशनोग्राफी के क्षेत्र में करियर बनाने की दिशा में पहला कदम बढ़ा सकते हैं. ग्रेजुएशन के बाद आप ओशनोग्राफी/ मरीन बायोलॉजी में एमएससी अथवा ओशनोग्राफी एवं मरीन बायोलॉजी में एमटेक या ओशेन टेक्नोलॉजी में एमटेक करते हैं, तो इस क्षेत्र में एक मजबूत करियर की नींव रख सकते हैं. आप अगर रिसर्च के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो ओशनोग्राफी में पीएचडी कर सकते हैं.
प्रमुख संस्थान व कोर्स
बेहरामपुर यूनिवर्सिटी का डिपार्टमेंट ऑफ मरीन साइंस ओशेनोग्राफी एवं मरीन बायोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम संचालित करता है. फिजिक्स एवं केमिस्ट्री/जियोलॉजी/ मैथमेटिक्स/ एनवायर्नमेंट/ वाटर मैनेजमेंट/ एनवायर्नमेंटल साइंस/जियोग्राफी/कंप्यूटर साइंस में बीएससी करनेवाले अभ्यर्थी ओशनोग्राफी के पीजी प्रोग्राम में प्रवेश ले सकते हैं. मरीन बायोलॉजी में पीजी करने के लिए बॉटनी एवं जूलॉजी/ केमिस्ट्री/ बायोलॉजिकल टेक्नीक्स / एनवायर्नमेंटल साइंस में बीएससी होना चाहिए. कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी का डिपार्टमेंट ऑफ फिजिकल ओशेनोग्राफी ओेशन टेक्नोलॉजी में एमटेक एवं ओशनोग्राफी में एमएससी प्रोग्राम संचालित करता है. गोवा विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ मरीन साइंस मरीन साइंस में एमएससी एवं पीएचडी प्रोग्राम संचालित करता है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी), भुवनेश्वर एटमॉस्फियर एवं ओशन साइंस में एमएससी प्रोग्राम संचालित करता है.