डिजिटल मार्केटिंग के बढ़ते चलन ने सोशल मीडिया मैनेजर की मांग को तेजी से बढ़ाया है. किसी व्यवसाय और उसके लक्षित बाजारों के बीच संपर्क का काम सोशल मीडिया मैनेजर का होता है. एक सोशल मीडिया मैनेजर की जिम्मेदारी सभी एक्टिव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कंपनी के प्रोफाइल को मजबूत बनाना एवं अपने क्लाइंट के फॉलोअर्स की संख्या को बढ़ाना है. कंपनी की जरूरतों के अनुसार सोशल मीडिया कैंपेन ऑर्गनाइज करना, अधिक से अधिक लोगों को कैंपेन से जोड़ना व फॉलोवर्स की संख्या बढ़ाने की रणनीति सोशल मीडिया मैनेजर ही तैयार करते हैं. साथ ही ये प्रोफेशनल्स एनालिटिक्स का अनुसरण एवं समीक्षा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं, ताकि क्लाइंट की मार्केट में एक मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति बन सके. क्लाइंट को अच्छे ब्रांड्स की स्पांसरशिप मिल सके. सोशल मीडिया मैनेजर कंपनी के प्रमोशन से संबंधित फोटो एवं सूचनाएं सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं. सोशल मीडिया के ट्रेंड्स और रुझानों पर भी ध्यान रखते हैं और उसी के मुताबिक अपनी मार्केटिंग रणनीति बनाते एवं उसमें सुधार करते हैं, ताकि वे अपनी कंपनी को अन्य कंपनियों से आगे ले जा सकें. आप अगर संभावनाओं से भरे क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो इस प्रोफेशन के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं.
आपके लिए है यह प्रोफेशन
सोशल मीडिया मैनेजर बनने के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी क्षेत्र से स्नातक डिग्री है. हालांकि, डिजिटल मार्केटिंग में स्नातक डिग्री वाले उम्मीदवार को अधिक वरीयता दी जाती है. मार्केटिंग में बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) या बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में स्नातक (बीजेएमसी) डिग्री प्राप्त करनेवालों के लिए भी इस प्रोफेशनल में आगे बढ़ने की अच्छी संभावनाएं हैं. कई कंपनियां मार्केटिंग, कम्युनिकेशन एवं एडवरटाइजिंग, पब्लिक रिलेशन जैसे विषयों के साथ स्नातक करनेवाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती हैं. कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं, जो बारहवीं के बाद सोशल मीडिया में अच्छा कार्यानुभव रखने वालों को हायर करती हैं.
तरक्की की राह को आसान बनायेंगे ये स्किल्स
सोशल मीडिया मैनेजर को मार्केटिंग से संबंधित विभिन्न टास्क पूरे करने होते हैं. ऐसे में कुछ स्किल्स उनके काम को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. क्योंकि सोशल मीडिया एक विशाल क्षेत्र हैं, जो आपको विदेशी क्लाइंट व ऑर्गनाइजेशन से भी जोड़ता है. ऐसे में विभिन्न लोगों के साथ संपर्क बनाने के लिए आपके पास अच्छा कम्युनिकेशन स्किल होना चाहिए. इसके साथ ही अच्छा कंटेंट तैयार करने की समझ, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की जानकारी, डिजाइनिंग स्किल व डेडलाइन पर टास्क को पूरा करने की खूबी का होना आवश्यक होता है.
दोगुनी तेजी से बढ़ रही इन प्रोफेशनल्स का मांग
सोशल मीडिया मैनेजर बनने के इच्छुक युवाओं के लिए व्यावसायिक और सरकारी दोनों संगठनों के लिए काम करने के अवसर उपलब्ध होते हैं. इन्हें राजनीतिक अभियानों के लिए भी काम करने का मौका मिल सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार बीते पांच वर्षों में दुनिया भर की लीडिंग डिजिटल मार्केटिंग फर्मों द्वारा नियुक्त किये गये सोशल मीडिया मैनेजरों की संख्या 12 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हो गयी है. हाल के वर्षों में भारत में भी पीआर फर्मों व अन्य सोशल मीडिया मैनेजमेंट बिजनेस के उभरने से सोशल मीडिया मैनेजर के लिए अच्छी संभावनाएं विकसित हो रही हैं.
इंडस्ट्री में हैं कई तरह के सोशल मीडिया मैनेजर
कम्युनिटी मैनेजर : ये मुख्य रूप से फोरम, न्यूजलेटर्स और ईवेंट आदि की मदद से ब्रांड की टारगेट ऑडियंस, कस्टमर एवं क्लाइंट्स के साथ रिलेशनशिप डेवलप करने का काम करते हैं.
कंटेंट मार्केटर : कंटेंट मार्केटिंग एक और सेग्मेंट है, जिसे कई सोशल मीडिया मैनेजर अपनाते हैं. वे लोग, जिन्हें शब्दों से खेलना पसंद है और वे शब्दों के जरिये किसी ब्रांड से लोगों को जोड़े रखने का हुनर जानते हैं, उनके लिए कंटेंट मार्केटर बनना एक आदर्श विकल्प है.
क्रिएटिव डिजाइन : इनके पास अच्छा विजुअल कंटेंट सेंस का होना आवश्यक होता है. ऐसे लोग जो कुछ रोमांचक बनाना चाहते हैं, कुछ ऐसा जो जनता को पसंद आयेगा, वे अपने सोशल मीडिया ज्ञान और कलात्मकता को इस प्रोफेशन से जोड़ सकते हैं. क्रिएटिव डिजाइन का काम किसी ब्रांड के लिए लोगो व अन्य प्रकार की डिजाइन तैयार करना होता है.
मार्केटिंग स्पेशलिस्ट : यह भी काफी लोकप्रिय प्रोफेशन है, खासकर उन लोगों के लिए जो सोशल मीडिया मैनेजर बनने से ज्यादा की तलाश में होते हैं. ऐसे लोग जिन्हें मार्केटिंग से संबंधित सभी तरह के ट्रेड्स की जानकारी होती है, वे मार्केटिंग स्पेशलिस्ट बन सकते हैं. ईमेल से लेकर कंटेंट मार्केटिंग और सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी बनाने तक मार्केटिंग स्पेशलिस्ट ही सब कुछ करता है.
सोशल मीडिया कंसल्टेंट : सोशल मीडिया मैनेजमेंट के क्षेत्र में कई प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अनुभव प्राप्त करने के बाद आप एक सोशल मीडिया कंसल्टेंट बन सकते हैं. इस भूमिका के साथ आप फ्रीलांसर के रूप में भी काम कर सकते हैं और कई ग्राहकों के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर सकते हैं.
अकाउंट मैनेजर : इस पद पर काम करनेवाले व्यक्ति को क्लाइंट के साथ डायरेक्ट डील करनी होती है. ये प्रोफेशनल्स अपने क्लाइंट्स की सभी तरह की इंफॉर्मेशन का जानकारी रखते हैं और उनका एक रिकॉर्ड भी तैयार करते हैं.