Delhi University: शिक्षकों को प्रशिक्षित करने और विभिन्न कोर्स के पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी देने के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. दिल्ली स्कूल फॉर स्किल एनहांसमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (डीएसएसईईडी) कौशल संवर्धन और उद्यमिता विकास के पाठ्यक्रमों के बारे में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने और उन्हें पाठ्यक्रमों को प्रभावी ढंग से पढ़ाने के लिए कदम उठाया है. इसके लिए शिक्षकों को ट्रेंड करने के लिए डीयू की ओर से बुधवार को एक दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशॉप ‘एंपावरिंग एजुकेटर्स फॉर एंट्रोप्रेन्योरियल एक्सीलेंस: ए स्टेप टुवर्ड्स विकसित भारत 2047’ विषय पर आयोजित किया गया.
कौशल विकास बिना विकसित भारत बनना मुश्किल
इस मौके पर डीयू के डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणी ने कहा कि कौशल विकास और उद्यमिता विकास, विकसित भारत 2047 के लिए विश्वविद्यालय शिक्षा के माध्यम से योगदान देने के लिए दो महत्वपूर्ण पहलू हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय ने कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए पाठ्यक्रम में व्यापक बदलाव किया है. इन बदलावों को लागू करने के विभिन्न पहलू पर बुधवार को विशेषज्ञों ने विचार विमर्श किया. इस वर्कशॉप में दिल्ली विश्वविद्यालय के 19 कॉलेजों के 61 शिक्षकों ने भाग लिया. वर्कशॉप के दौरान शिक्षकों को उच्च गुणवत्ता वाली कौशल विकास की शिक्षा प्रदान करने के लिए नए पाठ्यक्रम और नये शिक्षण पद्धतियों को समझने के लिए कदम उठाने को कहा गया.
कौशल विकास के लिए तैयार किया गया है पाठ्यक्रम
दिल्ली विश्वविद्यालय (इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस) द्वारा स्थापित दिल्ली स्कूल फॉर स्किल एनहांसमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट का मकसद कौशल विकास और उद्यमिता विकास दोनों के लिए पाठ्यक्रम विकसित कर इसे प्रसारित करने के लिए वर्कशॉप का आयोजन करना है. छात्रों में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार उद्यमिता स्नातक पाठ्यक्रम में सात सामान्य वैकल्पिक पाठ्यक्रम तैयार किया है.