Pittsburgh of India: झारखण्ड राज्य अपने जनजाती विविधिता के बारे में तो प्रसिद्ध है ही साथ में इसके प्रकृति सौंदर्य भी इसे अलग बनाती है इसलिए झारखण्ड को वन भूमि के नाम से भी जाना जाता है. आज हम झारखण्ड के एक ऐसे ही शहर के बारे में बात करेंगे जिसे “भारत का पिट्सबर्ग” के नाम से प्रसिद्ध है वह शहर है जमशेदपुर. “भारत का पिट्सबर्ग”, जमशेदपुर इसे इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये अमेरिकी शहर के आधार पर दिया गया. इसके पीछे का कारण यह है की ये दोनों शहर में काफी समानता है जैसे की शहरों में समृद्ध औद्योगिक विरासत, संपन्न इस्पात उद्योग और शहरी विकास और सांस्कृतिक जीवंतता.
Pittsburgh of India: जमशेदपुर की औद्योगिक विरासत
जमशेदपुर में एक मजबूत औद्योगिक क्षेत्र रहा है इसलिए इसे “भारत का पिट्सबर्ग” कहा जाता है और ये औद्योगिक क्षेत्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, ठीक पिट्सबर्ग की तरह, जिसे पहले अपने बड़े इस्पात उद्योग के कारण “स्टील सिटी” के रूप में जाना जाता था. शहर में कई अन्य बड़े उद्योग पहले से ही हैं जिनमें से टाटा स्टील है, जो दुनिया के सबसे बड़े इस्पात उत्पादकों में से एक है. जमशेदपुर की औद्योगिक क्षमता के कारण, शहर आर्थिक रूप से विकसित हुआ है और अब एक प्रमुख इस्पात उद्योग के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गया है.
जमशेदपुर के विकास की नींव क्या थी
जमशेदपुर शहर की योजना और डिजाइन का नींव टाटा समूह द्वारा की गई थी, जिसमे चौड़ी सड़कें, छायादार पेड़, औद्योगिक क्षेत्र, खेल और भी कई अन्य सुविधाएं जिससे जमशेदपुर के लोगों को लाभ पहुचाय जा सके ऐसे कई क्षेत्र शामिल हैं. पिट्सबर्ग की तरह, जमशेदपुर ने बुनियादी ढांचे और शहरी विकास में महत्वपूर्ण निवेश किया है. शहरी नियोजन के प्रति इस समर्पण ने एक सुव्यवस्थित और रहने योग्य शहर का निर्माण किया है जो निवासियों और व्यवसायों दोनों को आकर्षित करता है.
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Pittsburgh of India: झारखण्ड राज्य के एक छोटे से शहर से उद्योग और संस्कृति के रूप में दुनिया में बड़े से औधगिक केंद्र के रूप में बनना, जमशेदपुर का विकास इसके पीछे का नींव रखने वाले और नागरिकों की दूरदर्शिता और परिश्रम का परिणाम है. जमशेदपुर अपने औद्योगिक अतीत से प्रेरणा लेकर और इन क्षेत्रों में निवेश करके शहरी विकास और सांस्कृतिक जीवंतता में वैश्विक नेता के रूप में उभरा है.
जिस तरह पिट्सबर्ग ने खुद को नवाचार और प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में फिर से स्थापित किया है, ठीक उसी प्रकार जमशेदपुर ने भी अपनी आबादी और विश्व अर्थव्यवस्था दोनों की मांगों को पूरा करने के लिए निरंतर बदलाव कर रहा है जिससे लोगों को लाभ पहुंचे और वो दुनियाभर में एक आदर्श औधोगिक क्षेत्र में जाना जा सके.
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