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JEE Main Session 2: विशेष रणनीति के साथ करें जेईई मेन सेशन दो की तैयारी

JEE Main Session 2: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने हाल ही में आयोजित जेईई मेन सेशन-1 का परिणाम जारी कर दिया है. इसी के साथ जेईई मेन सेशन-2 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है. इस समय, सबसे महत्वपूर्ण चीजें, जो उन्हें ध्यान में रखने की आवश्यकता है, वे हैं-आत्मविश्वास और निरंतरता.

विनोद कुमार अग्रवाल, मैनेजिंग पार्टनर एवं हेड, फिटजी द्वारका सेंटर

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने हाल ही में आयोजित जेईई मेन सेशन-1 का परिणाम जारी कर दिया है. इसी के साथ जेईई मेन सेशन-2 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू है. भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित से 12वीं या उसके समकक्ष परीक्षा में 2022, 2023 या 2024 में उपस्थित होनेवाले छात्र इस परीक्षा के लिए आवेदन करने के पात्र हैं. जेईई मेन सेशन-2 में उपस्थित होनेवाले छात्रों के लिए अब तैयारी को अंतिम रूप देने का समय है. इस समय, सबसे महत्वपूर्ण चीजें, जो उन्हें ध्यान में रखने की आवश्यकता है, वे हैं-आत्मविश्वास और निरंतरता. उन्हें इस समय घबराना या अति आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए और अपनी तैयारी के वास्तविक स्तर को समझना चाहिए. छात्र तैयारी के अंतिम दिनों में नीचे दिये गये दिशानिर्देशों का पालन कर सफलता को साकार कर सकते हैं…

करें पाठ्यक्रम का वर्गीकरण
यह उम्मीद की जाती है कि एक गंभीर उम्मीदवार अब तक परीक्षा के पाठ्यक्रम पूरा कर चुका होगा. फिर भी, सटीक तैयारी स्तर का विश्लेषण करना बहुत जरूरी है. पाठ्यक्रम के विषयों को महत्वपूर्ण और कवर किया गया, महत्वपूर्ण और कवर न किया गया और गैर-महत्वपूर्ण के रूप में वर्गीकृत कर लें.

समय प्रबंधन है जरूरी
एक बार विश्लेषण और वर्गीकरण हो जाने के बाद समय को ध्यान में रखते हुए ठीक से योजना बनाना महत्वपूर्ण है. गैर-महत्वपूर्ण विषयों को छोड़ना और महत्वपूर्ण विषयों को अधिक समय देना बेहतर है. कवर किये गये और कवर नहीं किये गये विषयों को विशिष्ट समय आवंटित करें. कम से कम 15 से 20 दिनों के भीतर जल्द से जल्द कवर नहीं किये गये विषयों को पूरा करने पर ध्यान देें. साथ ही छात्रों को अपने अध्ययन, संशोधन और अभ्यास की गति और सटीकता पर ध्यान देना चाहिए.

उचित अध्ययन सामग्री
तैयारी के इस स्तर पर छात्र को कोई भी नयी अध्ययन सामग्री नहीं लेनी चाहिए, बल्कि पहले से अध्ययन की गयी सामग्री से चिपके रहना चाहिए और उन्हें कई बार संशोधित करना चाहिए. कवर नहीं किये गये विषयों को भी उसी अध्ययन सामग्री से पढ़ा जाना चाहिए.

पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र को हल करें
कवर नहीं किये गये विषयों को पूरा करने के साथ-साथ छात्रों को कवर किये गये विषयों के उचित रिवीजन पर ध्यान देना चाहिए. अध्यायवार रिवीजन के साथ पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें.

मॉक टेस्ट से करें तैयारी का आकलन
छात्रों को जेईई मेन परीक्षा के पैटर्न में अधिकतम संख्या में मॉक टेस्ट देना चाहिए. इससे मूल परीक्षा में उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा. उन्हें परीक्षा के समय के अनुसार ही मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए, यानी उसी समय और उसी अवधि के साथ. मॉक टेस्ट देने के बाद छात्रों को गलतियों को कम करने के लिए पेपरों की जांच करनी चाहिए, उन्हें सही करना चाहिए.

पढ़ें, संशोधित करें, अभ्यास करें, दोहराएं
छात्रों को पढ़ने, संशोधन और अभ्यास के चरणों को बार-बार दोहराना चाहिए, ताकि विषय स्पष्ट हों और आत्मविश्वास, गति और सटीकता बढ़े. 15 से 20 दिनों के बाद, उन्हें अभी भी कवर नहीं किये गये विषयों को छोड़ देना चाहिए और केवल कवर किये गये विषयों को ही संशोधित करना चाहिए.


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