PERSONALITY DEVELOPMENT COURSES: हाई लेवल इंटेलिजेंस के साथ पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिए युवा सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज कर रहे हैं. चाहे वह वर्किंग हो या नॉन वर्किंग आज के काम्पीटिशन के दौर में सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट युवाओं के लिए बहुत बड़ा मायने रखता है. इमेज एंड कॉन्फिडेंस बिल्डिंग, फैशन मैनेजमेंट, सेल्फ डेवलपमेंट, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और मॉडलिंग जैसे कोर्सेज की युवाओं में जरूरत बढ़ रही है. ऐसे कोर्सेज में युवा तीन माह से 12 माह तक की सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्सेज कर रहे हैं. आइये जानते हैं पिछले 10 सालों से पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के लिए ट्रेनिंग देने वाले युवराज सहाय का क्या कहना है.
सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज
युवराज कहते हैं कि सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट में करिकुलम बेस्ड ग्रूमिंग, ट्रेनिंग और मेंटरशिप के माध्यम से युवाओं के सॉफ्ट स्किल को डेवलप किया जाता है. साथ ही उसके अनुकूल वातावरण भी तैयार किया जाता है. इमेज एंड कॉन्फिडेंस बिल्डिंग, फैशन मैनेजमेंट, सेल्फ डेवलपमेंट, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और मॉडलिंग जैसे कोर्सेज की जरूरत बढ़ रही है. प्रोफेशनल एप्रोच और कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ने से कॅरियर में मदद मिलती है.
युवाओं की जरूरत
इन संस्थानों में युवाओं को सक्सेसफुल बनाने के लिए टेक्निकल रूप से ट्रेंड किया जाता है। सहाय का मानना है कि मोटिवेशन और इंस्पिरेशन के साथ तैयारी हो तो अचीवमेंट भी बड़ा होगा. किसी भी क्षेत्र में सफल होने और कॅरियर के लिहाज से सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट वर्तमान समय की जरूरत है. संस्थान के मेंटर्स और ट्रेनर्स के कोऑपरेशन और इंवॉल्वमेंट से युवाओं को अब कॅरियर में परफेक्ट लांच पैड मिलने लगा है, यह क्षेत्र इतना बड़ा है कि हर साल 10 लाख स्किल्ड और स्मार्ट इंडिविजुअल्स तैयार होंगे.
क्यों जरूरी है सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट
- प्रभावी ढंग से बातचीत करने की कला आती है.
- व्यक्ति सहयोगात्मक रूप से काम करने में माहिर होता है.
- वर्क प्लेस पर आने वाले बदलावों के लिए तैयार किया जाता है.
- विचारों को स्पष्ट करने की क्षमता में सुधार होती है.
- टीमवर्क, लीडरशिप और समस्या-समाधान कौशल डेवलप होते हैं.
डेवलपमेंट कोर्स
सर्टिफाइड कोर्स इन इमेज एण्ड कॉन्फिडेंस मैनेजमेंट- 3 माह
सर्टिफाइड कोर्स इन फैशन एण्ड मॉडलिंग मैनेजमेंट- 6 माह
डिप्लोमा कोर्स इन इमेज एण्ड फैशन मैनेजमेंट- 12 माह
प्रोफेशनल्स भी करते हैं कोर्स
सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट के कोर्सेज सिर्फ नौकरियों की तैयारी करने वाले युवा छात्र ही नहीं बल्कि प्रोशनल्स भी करते हैं. अपने कॅरियर को बनाने के लिए यह कोर्स करना होता है, जबकि प्रोफेशनल्स अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने, टिके रहने व समय के साथ बदलावों के अनुसार ढलने के लिए सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट के कोर्सेज करते हैं.