Election Campaign: लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी जारी है. सभी राजनीतिक दल कमर कस रही है ताकि लोकसभा चुनाव में वह पूरी मजबूती के साथ उतर सके. इस बीच लोकसभा चुनाव के लिए प्रसार भारती पर चुनाव प्रचार के लिए समय का आवंटन कर दिया गया है. जी हां, चुनाव आयोग ने इससे संबंधित एक अधिसूचना जारी कर दी है. इसी के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा हो या आजसू सभी राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के लिए समय का आवंटन कर दिया गया है.
Election Campaign: राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दलों को 900 मिनट
साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल को भी समय आवंटित कर दिया गया है. सभी राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दलों को मिलाकर 900 मिनट मुहैया कराया गया है. वहीं, कुल 59 राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के लिए 1800 मिनट का समय आवंटित किया गया है. जानकारी हो कि सभी पार्टियों को समय दिया जाता है ताकि वह आकाशवाणी और दूरदर्शन पर चुनाव प्रचार कर सकें.
क्या है उद्देश्य?
आयोग ने माना है कि इस प्रचार के जरिये राजनीतिक दल अपनी बात लोगों तक पहुंचा सकेंगे. साथ ही रैलियों और सभाओं में अधिक भीड़ नहीं होगी. इसका बड़ा उद्देश्य लोगों की सार्वजनिक जुटान को भी कम करना है. आयोग के मुताबिक, राजनीतिक दल आकाशवाणी और दूरदर्शन पर प्रचार के लिए तय समय का इस्तेमाल नामांकन पत्र दाखिल होने की अंतिम तिथि से चुनाव प्रचार खत्म होने की समयसीमा तक कर सकेंगे. इस दौरान वह अपनी बात आकाशवाणी और दूरदर्शन के स्थानीय चैनलों के जरिये प्रसारित करा सकेंगे.