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नयी दिल्ली से यतींद्र लवानिया : वैसे तो संगीत वह भाषा है, जो दिल से बोली और दिल से ही सुनी जाती है, जबकि सियासत के फन में दिल की जुबां के साथ इस्तेमाल दिमाग का भी होता है. मगर, जब लोकसभा चुनाव या विधानसभा के चल रहे हों जनाब, तो सियासत और संगीत का बेमेल जोड़ा भी रंग जमा देता है.
सभी पार्टियां अपने-अपने हिसाब से गीत-संगीत के जरिये वोटरों का मूड बनाने में जुटे हैं. चुनाव प्रचार की इस विधा में भी भाजपा अव्वल है. चुनाव का एलान होने से पहले ही भाजपा ने चुनावी तराने गुनगुनाने शुरू कर दिये थे. अब तो एक के बाद एक नए गीत जारी किये जा रहे हैं.
कुछ दिन पहले ‘मैं हूं मोदी का परिवार’ गीत पेश किया गया. अब ‘सपने नहीं हकीकत बुनते, तभी तो सब मोदी को चुनते’ गीत लॉन्च किया गया है. यूट्यूब पर इसे अब तक सात करेाड़ से ज्यादा लोग देख और सुन चुके हैं. इसके अलावा भाजपा ने पिछले महीन फिर एक बार मोदी सरकार गीत भी पेश किया है.
12 भाषाओं में भाजपा ने पेश किया गीत : ‘सपने नहीं हकीकत बुनते’
‘सपने नहीं हकीकत बुनते’ गीत को 12 अलग-अलग भाषाओं में पेश कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मतदाताओं को बताने की कोशिश की है कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 10 वर्षों में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. सरकार की उपलब्धियों को देश की अलग-अलग सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के साथ इस तरह पिरोया गया है कि यह देश की विविधता में एकता की विशेषता को भी सहजता से बयां करता है.
वीडियो में उन अहम घटनाओं, पलों और योजनाओं के बारे में दिखाया गया है, जिनके लिए केंद्र सरकार लगातार देश-दुनिया में चर्चा मे रही है. मसलन, यूपीआइ, उज्ज्वला गैस योजना, सड़कें, ड्रोन दीदी तक इसमें दिखायी देती हैं.
कांग्रेस लेकर आयी ‘न्याय’ गीत : ‘तीन रंग लहरायेंगे, न्याय पायेंगे’
कांग्रेस ने भी अपना एजेंडा मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए न्याय गीत पेश किया है. करीब 2 मिनट 34 सेकंड के वीडियो में कांग्रेस ने पांच न्याय और युवाओं के लिए दी गयी गारंटियों का जिक्र किया है. कांग्रेस के पांच न्याय में युवा न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और भागीदारी न्याय शामिल हैं.
इस गीत में युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के लिए एमएसपी और अप्रेंटिसशिप की गारंटी का जिक्र किया है. वीडियो के ज्यादातर हिस्सों में राहुल गांधी की यात्राओं के दृश्य हैं. गाने का हुक, ‘तीन रंग लहरायेंगे, जब न्याय पायेंगे’ जुबान पर चढ़ता है. इस गीत को यूट्यूब पर हजारों लोग देख चुके हैं.
तृणमूल कांग्रेस का चुनावी गीत : ‘जोनोगोनेर गोर्जन… ’
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने अपने चुनावी गीत जोनोगोनेर गोर्जन (जोरदार गर्जन) में भाजपा को निशाना बनाया है. गीत में भाजपा को बंगाल विरोधी बताया गया है. पॉप स्टाइल में बनाये गये इस गीत को यूट्यूब पर एक करोड़ से ज्यादा लोग देख चुके हैं.
गीत के दृश्यों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषक बनर्जी को केंद्र में रखा गया है. गीत का पूरा जोर भाजपा के विरोध और बंगाली पहचान पर है. कई अन्य दल हैं, जिन्होंने चुनावी गीत पेश किये हैं, लेकिन भाजपा-कांग्रेस और तृणमूल के गीत ही हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर बार-बार देखा जा रहा है. गाना लोगों की जुबान पर तेजी से चढ़ रहा है.