Lok Sabha Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को भले ही स्पष्ट बहुमत मिल गई है, लेकिन ‘इंडिया’ गठबंधन 235 सीटें जीतकर सरकार बनाने का दावा कर रही है. नरेंद्र मोदी की अगुआई में लगातार दो चुनाव में स्पष्ट बहुमत लाने वाली बीजेपी इस बार इससे काफी दूर रही. सरकार बनाने के लिए बीजेपी को सहयोगी दलों पर निर्भर रहना पड़ेगा. पिछले चुनाव में भाजपा के पास 303 जबकि एनडीए के पास 350 से अधिक सीटें थीं.
यूपी में बीजेपी को भारी नुकसान
बीजेपी को इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में खासा झटका लगा है जहां समाजवादी पार्टी ने उसे पीछे छोड़ दिया है. राजस्थान और हरियाणा में भी उम्मीद के विपरीत बीजेपी का प्रदर्शन रहा. उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जो लोकसभा में 80 सांसदों को भेजता है और भाजपा के लिए पिछले दो लोकसभा चुनावों में यह राज्य खेल बदलने वाला साबित हुआ है. लेकिन इस बार यहां से बीजेपी को केवल 32 सीटें मिलती दिख रही हैं. जबकि यहां सपा ने बाजी पलटते हुए 38 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. आइये बीजेपी की हार की पांच बड़ी वजह के बारे में जानें.
अति आत्मविश्वास
नरेंद्र मोदी की अगुआई में पिछले दो लोकसभा चुनावों में जिस तरह से धमाकेदार जीत मिली थी, उससे एनडीए भारी आत्मविश्वास में थी. एनडीए गठबंधन, खासकर बीजेपी को पूरा भरोसा था कि मौजूदा चुनाव में भी वही परिणाम सामने आने वाला है. एग्जिट पोल ने जो आंकड़े दिखाए, उससे आत्मविश्वास और बढ़ गया था. लेकिन रिजल्ट ठीक उलटा साबित हुआ. बीजेपी की हार की बड़ी वजह उम्मीदवारों का चयन भी रहा. बीजेपी ने कई सीटों पर मौजूदा सांसदों को टिकट नहीं दिया और ऐसे उम्मीदवारों पर भरोसा जताया, जो भरोसे पर खरे नहीं उतरे.
कोरोना काल का असर
नरेंद्र मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल कोरोना की भेंट चढ़ गया. दो साल से अधिक समय तक सरकार कोरोना महामारी के संकट से जूझती रही. देश में आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई. लोगों के सामने रोजगार के संकट मंडराने लगे. वैसे में सरकार के सामने लोगों को रोजगार देना और देश की आर्थिक स्थिति को संभालना बड़ी चुनौतीपूर्ण साबित हुई. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का पूरा तंत्र कोरोना संकट से उबरने में लग गई. जबकि विपक्ष ने रोजगार और अर्थव्यवस्था को चुनावी मुद्दा बनाया.
अग्निवीर योजना
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को अग्निवीर योजना ने भी भारी नुकसान पहुंचाया. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने इस योजना को लेकर केंद्र सरकार को जमकर घेरा. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी सभी चुनावी सभा में इस योजना का जरूर जिक्र किया और केंद्र सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी लोगों को समझाने में कामयाब रहे कि अग्निवीर योजना युवाओं के खिलाफ है. अग्निवीर योजना के खिलाफ युवाओं में भी भारी नाराजगी देखी गई. जब इस योजना को केंद्र सरकार लेकर आई, तो देशभर में भारी विरोध किया गया था.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा
इंडिया गठबंधन की जीत के पीछे राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को भी बड़ी वजह बताया जा रहा है. लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही उन्होंने देश के बड़े राज्यों में अपनी यात्रा शुरू की. जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड जैसे प्रमुख राज्यों को अपना रूट बनाया. राहुल गांधी ने न्याय यात्रा की शुरुआत मणिपुर से की और मुंबई में समाप्त किया. मौजूदा चुनाव में बीजेपी को उन्हीं राज्यों में सीटों का नुकसान हुआ, जहां राहुल गांधी ने यात्रा की.
उत्तर प्रदेश में एमवाई समीकरण
उत्तर प्रदेश में बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा. 80 सीटों वाली राज्य में बीजेपी को केवल 32 सीटों पर जीत मिली, वहीं समाजवादी पार्टी को 38 सीटें मिली. जबकि कांग्रेस ने भी 6 सीटों पर जीत दर्ज की. यूपी में कांग्रेस और सपा ने मिलकर चुनाव लड़ा. जिसका लाभ इंडिया गठबंधन को मिला. पिछले दो चुनावों में बीजेपी को यूपी से ही सबसे ज्यादा सीटें मिली थी, लेकिन इसबार निराश हाथ लगी. ऐसा संभावना जताई जा रही है कि यहां विपक्ष के लिए एमवाई समीकरण काम कर गया. मुस्लिम और यादव वोटरों ने खुलकर इंडिया गठबंधन के पक्ष में वोट किया.