झांसी: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) यूपी के कई हिस्से करने का वादा अपनी चुनावी सभा में कर रही हैं. झांसी (Lok Sabha Election 2024) में मंगलवार को आयोजित जनसभा में उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार केंद्र में आयी तो वो अलग बुंदेलखंड राज्य बनाएंगी. इससे पहले पश्चिम यूपी को काटकर अलग राज्य बनाने और लखनऊ की जनसभा में अवध प्रदेश बनाने का वादा किया था. गौरतलब है कि बसपा ने लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ समझौता नहीं किया है. इस 2024 का चुनाव बसपा अकेले लड़ रही है. इससे पहले 2019 में बसपा का समाजवादी पार्टी के साथ समझौता था और उसके 10 सांसद जीते थे.
बुंदेलखंड में यूपी और एमपी कई जिले शामिल
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार झांसी (Jhansi) में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मायावती (Mayawati) ने कहा कि अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग हो रही है, अगर हमारी सरकार केंद्र में बनी तो हम इस संबंध में सकारात्मक कदम उठाएंगे. बुंदेलखंड जरूर एक अलग राज्य बनाया जाएगा. गौरतलब है कि बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैला एक पठारी क्षेत्र है. उत्तर प्रदेश के सात जिले बांदा, महोबा, हमीरपुर, ललितपुर, झांसी, जालौन और चित्रकूट और मध्य प्रदेश के आठ जिले इस क्षेत्र में आते हैं.
2011 में भी यूपी को तोड़कर कई राज्य बनाने का था प्रस्ताव
बसपा प्रमुख ने मुख्यमंत्री (Mayawati) रहते हुए वर्ष 2011 में उप्र को चार भागों में विभक्त करने का एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था. हाल में पश्चिमी उप्र की चुनावी जनसभाओं में उन्होंने सत्ता में आने पर पश्चिमी उप्र को अलग राज्य बनाने का वादा किया. इसके बाद लखनऊ में अवध राज्य बनाने का वादा उन्होंने किया है. मायावती ने यह भी दावा किया कि वर्तमान भाजपा नीत राजग सरकार के लिए मौजूदा लोकसभा चुनाव में सत्ता में वापसी करना आसान नहीं होगा, बशर्ते यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो और ईवीएम से छेड़छाड़ न की जाए.
कांग्रेस और बीजेपी निशाने पर
झांसी (Jhansi) में मायावती ने कहा कि लंबे समय तक केंद्र और देश के अनेक राज्यों में कांग्रेस की सरकार रही, लेकिन उसकी गलत नीतियों के कारण उसे सत्ता से बेदखल होना पड़ा. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से भाजपा और उसके सहयोगी दल केंद्र और काफी राज्यों में सत्ता पर काबिज हैं. लेकिन उनकी भी जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण, सांप्रदायिक और द्वेषपूर्ण नीतियों, कथनी और करनी में अंतर की वजह से अब ऐसा लगता है कि इस बार भाजपा के लिए केंद्र की सत्ता में वापसी आसान नहीं होगी.
नहीं चलेगी बीजेपी की नाटकबाजी और जुमलेबाजी
मायावती ने कहा कि इस बार भाजपा की नाटकबाजी और जुमलेबाजी नहीं चलने वाली है, क्योंकि अब देश की जनता काफी हद तक इस बात को समझ चुकी है कि भाजपा ने जो वादे किये और हवा-हवाई गारंटी दी थी, उसका एक चौथाई भी काम नहीं किया है. मायावती ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब ऐसा लगता है कि कांग्रेस की तरह ही भाजपा ने भी केंद्र की तमाम सरकारी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है. इसके अलावा देश का किसान वर्ग भी वर्तमान भाजपा सरकार के शासन में शुरू से ही अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर काफी दुखी और परेशान रहा है.
बीएसपी ने सभी वर्ग को टिकट दिया
मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि जहां तक टिकट वितरण का सवाल है, उनकी पार्टी ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को “उचित भागीदारी” दी है. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भाजपा, कांग्रेस और उनके सहयोगियों को केंद्र में सत्ता में आने से रोकने का आग्रह करते हुए कहा कि ‘ओपिनियन पोल’ और सर्वेक्षणों से गुमराह न हों. उन्होंने सत्ता हासिल करने के लिए इन पार्टियों द्वारा कथित तौर पर अपनाई जा रही “साम, दाम, दंड, भेद” की नीतियों के खिलाफ भी चेतावनी दी. झांसी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा. बसपा ने झांसी से रवि प्रकाश कुशवाहा को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने मौजूदा सांसद अनुराग शर्मा को फिर मौका दिया है. कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ‘आदित्य’ को टिकट दिया है.