Misa Bharti Pataliputra Seat Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे मंगलवार को जारी होंगे. वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. यहां भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव और राजद प्रत्याशी मीसा भारती की सीधी टक्कर है. यहां हुए तीन लोकसभा चुनाव में एनडीए उम्मीदवार विजयी हुए हैं. बावजूद इसके रामकृपाल को हैट्रिक लगाने से रोकने के लिए महागठबंधन के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
पाटलिपुत्र की छह विधानसभा सीटों पर महागठबंधन के विधायकों का ही कब्जा रहा है. यहां की मसौढ़ी, दानापुर, मनेर राजद, फुलवारी और पालीगंज में माले, विक्रम में कांग्रेस विधायक ने पिछले विधानसभा में जीत हासिल की थी, हालांकि हाल ही विक्रम विधायक सिद्धार्थ सौरव ने कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है. जिसका फायदा भाजपा को हो सकता है.
महागठबंधन ने झोंक दी थी ताकत
लोकसभा चुनाव 2024 में लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती की जीत सुनिश्चित करने के लिए महागठबंधन के सभी नेता और खुद पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी ने लोकसभा क्षेत्र में जाकर लोगों से वोट मांगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी यहां मीसा भारती के पक्ष में सभाएं कीं. वहीं, वामदल की स्थिति भी पाटलिपुत्र में मजबूत है, जिसका लाभ 2024 के चुनाव में मीसा भारती को मिल सकता हैं.
पाटलिपुत्र सीट पर जीत हार का अंतर काफी कम रहता है. ऐसे में राजद यहां बाजी पलट भी सकती है. दोनों ही प्रत्याशी यादव जाति होने के कारण राजद को अपने कोर वोटर यादवों का सौ प्रतिशत वोट कभी नहीं मिल पाता है. मीसा भारती ने भी यहां काफी मेहनत की है और 2019 के चुनाव में करीब 40,000 वोटों से ही उन्हें हार मिली थी. ऐसे में यहां बाजी पलट भी सकती हैं. राजद प्रत्याशी मीसा भारती तीसरी बार इस सीट से दावेदारी कर रही है.
कई बार सांसद रह चुके हैं रामकृपाल यादव
भाजपा नेता रामकृपाल यादव परिसीमन से पहले पटना लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं. वे 1993 और 1996 में जनता दल से और 2004 में राजद से जीते थे. राजद ने उन्हें 2010 में राज्यसभा भी भेजा था. वे कभी राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के करीबी थे, लेकिन 2014 में पाटलिपुत्र सीट से टिकट नहीं मिलने पर रामकृपाल राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. इसके बाद 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने पाटलिपुत्र से भाजपा के टिकट पर जीता.