रांची : सिंहभूम सीट से इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी जोबा माझी ने जीत दर्ज की है. जोबा माझी को 520164 वोट मिले हैं. गीता कोड़ा को 351762 वोट मिले हैं. 168402 वोटों से जोबा माझी ने गीता कोड़ा को पराजित किया.
सबसे चर्चित सीटों में से एक सिंहभूम लोकसभा सीट
झारखंड की सिंहभूम सीट सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इसके कई कारण हैं. पहला कारण तो ये है कि यह सीट किसी एक पार्टी का गढ़ नहीं. दूसरी वजह ये है कि इसके कई इलाके नक्सल प्रभावित है, जबकि तीसरी बड़ी वजह ये है कि इस सीट पर मतदान प्रतिशत बेहतर रहा.
Singhbhum Lok Sabha सीट का 2019 में क्या था परिणाम
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर बीते साल कांग्रेस की टिकट पर गीता कोड़ा ने बाजी मारी थी. लेकिन इस साल वह भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रही है. जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से झामुमो की जोबा मांझी मैदान पर है. साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस की गीता कोड़ा ने उस वक्त भाजपा के कद्दालवर नेता लक्ष्मण गिलुआ को हरा दिया था. कांग्रेस को जहां 4 लाख 18 हजार 815 वोट मिले थे. तो वहीं भाजपा 3 लाख 59 हजार 660 वोट ही ला पायी थी थी.
बागुन सुंब्रुई ने लगातार 4 बार सिंहभूम सीट पर दर्ज की जीत
बता दें कि बागुन सुंब्रुई सिंहभूम लोकसभा सीट से एकमात्र ऐसे सांसद रहे हैं, जो कि यहां लगातार 4 बार सांसद बने. उन्होंने वर्ष 1977, 1980, 1984 व 1989 में जीत दर्ज की. इसके बाद उन्होंने साल 2004 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी.
1996 में चित्रसेन सिंकु ने भाजपा की झोली में डाली सिंहभूम
सिंहभूम लोकसभा सीट पर भाजपा ने अपना खाता साल 1996 में खोला था. उस वक्त भाजपा की टिकट पर चित्रसेन सिंकु संसद भवन पहुंचे थे. इसके बाद 1998 के चुनाव में चित्रसेन सिंकु को कांग्रेस प्रत्याशी विजय सिंह सोय ने हरा दिया था. फिर 1999 में हुए चुनाव में बीजेपी ने लक्ष्मण गिलुआ को अपना उम्मीदवार बनाया. जहां उन्होंने विजय सिंह सोय को हरा दिया. 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने फिर से लक्ष्मण गिलुआ को अपना प्रत्याशी बनाया जहां उसे कांग्रेस प्रत्याशी बागुन सुंब्रई से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने गीता कोड़ा को हरा दिया.
सिंहभूम में 78 फीसदी आबादी ग्रामीण
सिंहभूम लोकसभा सीट पर ग्रामीण मतदाता बेहद प्रभावी हैं. ग्रामीण आबादी जहां 78 फीसदी है, तो शहरी आबादी मात्र 22 फीसदी है.
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है सिंहभूम सीट
सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति (एसटी) बहुल इलाका है. इसलिए इसे एसटी के लिए आरक्षित रखा गया है. यानी इस सीट पर अनुसूचित जनजाति के लोग ही चुनाव लड़ सकते हैं. इस क्षेत्र में एसटी की आबादी 58.72 प्रतिशत है. सामान्य वर्ग एवं अन्य वर्ग की आबादी 37.22 फीसदी है. अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी 4.06 फीसदी है. क्षेत्र में 41% हिंदू, 7 प्रतिशत ईसाई, 2 प्रतिशत मुस्लिम और 50 फीसदी अन्य धर्म के लोग रहते हैं.