Sita Soren Dumka Seat Result 2024: हेमंत सोरेन की भाभी और कल्पना सोरेन की जेठानी सीता सोरेन कांटे के मुकाबले में दुमका लोकसभा सीट पर 22527 वोट से हार गईं. झामुमो के नलिन सोरेन को यहां सबसे ज्यादा 547370 वोट मिले जबकि भाजपा के टिकट पर पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहीं सीता सोरेन को 524843 वोट मिले. दुमका सीट पर सबसे करीबी मुकाबला रहा. झारखंड की 14 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में जीत-हार का अंतर यहीं सबसे कम रहा.
Sita Soren हैं शिबू सोरेन की बड़ी बहू
सीता सोरेन झारखंड के सबसे प्रभावशाली परिवार की सदस्य हैं. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सबसे बड़े नेता शिबू सोरेन के सबसे बड़े बेटे दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. 49 साल की सीता सोरेन ने 12वीं तक की पढ़ाई की है. शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल में ली. इसके बाद डीजीएसएस इंटर कॉलेज से आर्ट्स में इंटर की परीक्षा पास की.
2009 में पहली बार सीता सोरेन ने लड़ा विधानसभा का चुनाव
इंटर की पढ़ाई के दौरान ही सीता सोरेन ने सामाजिक कार्यों में भाग लेना शुरू कर दिया था. दुर्गा सोरेन के निधन के बाद सीता सोरेन ने वर्ष 2009 में पहली बार झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़ा. उन्होंने जामा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की. तीन बार इस सीट से विधायक बन चुकीं हैं. हेमंत सोरेन से उनके वैचारिक मतभेद कई बार सार्वजनिक हुए. लेकिन, वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने झामुमो से किनारा कर लिया.
2024 के आम चुनाव से पहले झामुमो छोड़ भाजपा में हुईं शामिल
सीता सोरेन के पति ने जिस झामुमो को स्थापित करने के लिए खून-पसीना बहाया था, उसी पार्टी में जब उन्हें तवज्जो नहीं मिली, तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया. भाजपा ने सोरेन परिवार की परंपपरागत संसदीय सीट दुमका से उन्हें टिकट दिया. टिकट मिलने के बाद सीता सोरेन ने अपने ससुर शिबू सोरेन के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया. दूसरी ओर, अपने देवर हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन पर खुलकर हमला बोला.
2012 में सीता सोरेन पर लगा था वोट के बदले पैसे लेने का आरोप
झारखंड मुक्ति मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव रहीं सीता सोरेन पर वर्ष 2012 में वोट के बदले पैसे लेने के आरोप लगे. इस मामले में हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई. झामुमो के तीर-कमान का साथ छोड़कर कमल का फूल अपने हाथों में लेने वाली सीता सोरेन 8 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. उन पर 4 मुकदमे चल रहे हैं.
2014 में दुमका लोकसभा सीट से जीते थे शिबू सोरेन
दुमका लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने भाजपा के सुनील सोरेन को हराया था. वर्ष 2019 में सुनील सोरेन ने दिशोम गुरु को करीब 50 हजार वोट से पराजित कर दिया. यहां सुनील सोरेन को 4,84,923 और गुरुजी यानी शिबू सोरेन को 4,37,333 वोट मिले. गुरु का सीधा मुकाबला उनके ही पुराने चेले सुनील सोरेन से था.