प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले भगवान विष्णु के सातवें अवतार राम को समर्पित कई भजन साझा कर रहे हैं. अब, उन्होंने भारत की सर्वकालिक महान गायिका लता मंगेशकर द्वारा गाया गया श्लोक शेयर किया है. प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “जैसा कि देश बड़े उत्साह के साथ 22 जनवरी का इंतजार कर रहा है, जिन लोगों को याद किया जाएगा उनमें से एक हमारी प्यारी लता दीदी हैं… यहां एक श्लोक है, जो उन्होंने गाया था. उनके परिवार ने मुझे बताया कि यह आखिरी श्लोक था, जो उन्होंने रिकॉर्ड किया… #श्रीरामभजन.”
लता मंगेशकर के आखिरी श्लोक को पीएम मोदी ने किया शेयर
यह श्लोक भारत की कोकिला की ओर से 6 फरवरी, 2022 को मृत्यु से पहले गाया गया आखिरी गाना था. उन्होंने श्लोक का लिंक भी साझा किया था, जिसके कैप्शन में लिखा, ‘श्री रामार्पण, माता रामो मत्पिता रामचन्द्र.’ यूट्यूब पर श्लोक के बारे में कहा गया, “यह उनकी शाश्वत इच्छा थी कि वह ‘बुद्ध कौशिक ऋषि’ के ‘राम रक्षा’ के भजनों को गाने के लिए अपनी आवाज दें और इसे राम मंदिर के लिए प्रस्तुत करें. कुछ कारणों से वह सभी भजनों की रिकॉर्डिंग पूरी नहीं कर सकीं. ऐसी मान्यता है कि यदि कोई मां गंगा जल की लहरें घर नहीं ला सकती है, तो गंगाजल की कुछ बूंदों में भी उतनी ही पवित्रता होती है और उसका शुद्ध सार बरकरार रहता है. इसी प्रकार, यद्यपि दीदी राम रक्षा के सभी भजनों को पूरा नहीं कर सकीं, लेकिन अंतिम भजन ‘माता रामो, मत पिता रामचन्द्र:’ का उनका गायन समग्रता में राम रक्षा के सार को प्रतिध्वनित करता है. यह भगवान राम के प्रति उनकी हार्दिक श्रद्धांजलि है.”
As the nation awaits 22nd January with great enthusiasm, one of the people who will be missed is our beloved Lata Didi.
Here is a Shlok she sung. Her family told me that it was the last Shlok she recorded. #ShriRamBhajanhttps://t.co/MHlliiABVX
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2024
लता मंगेशकर एक से बढ़कर एक सुपरहिट गानों को दी थी अपनी आवाज
लता मंगेशकर ने भारत को बॉलीवुड के कई ब्लॉकबस्टर गाने दिए. जिसमें जैसे ‘लग जा गले’, ‘तेरे लिए’, ‘लुका छुपी’, तेरे बिना जिंदगी से, ऐ मेरे वतन के लोगो, पिया तोसे नैना लागे रे, अजीब दास्तां है ये, आप की नजरों ने समझा, जब प्यार किया तो डरना क्या शामिल है. उन्हें उन दुर्लभ गायन रत्नों में से एक माना जाता है, जिनकी आवाज समय की कसौटी पर खरी उतरी और आज भी सभी उम्र के लोगों द्वारा पसंद की जाती है. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, उन्होंने 1948 से 1987 के बीच विभिन्न भाषाओं में 30,000 से अधिक गानों में अपनी आवाज दी. उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न सहित कई पुरस्कार मिले.
लता मंगेशकर को मिले इतने अवॉर्ड
दशकों तक संगीत जगत पर राज करने वाली महान गायिका लता मंगेशकर को ‘भारत कोकिला’ के नाम से भी जाना जाता था. उनका जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ था और उन्हें अपने जीवनकाल में कई सम्माननीय उपाधियां मिलीं, जिनमें दादा साहब फाल्के पुरस्कार भी शामिल था. उन्हें 2001 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था. 2007 में फ्रांस ने देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ऑफिसर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया था. उनकी उपलब्धियों को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, पंद्रह बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन पुरस्कार, चार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व पुरस्कार, दो फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार और फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से चिह्नित किया गया. लता मंगेशकर 1974 में इंग्लैंड में लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रस्तुति देने वाली पहली भारतीय पार्श्व गायिका बनीं. बहु-अंग विफलता के कारण वर्ष 2022 में 6 फरवरी को 92 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था.
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22 जनवरी को भगवान राम का होगा प्राण प्रतिष्ठा समारोह
प्रधानमंत्री मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य अतिथि होंगे जबकि कई अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक और सार्वजनिक हस्तियां इस कार्यक्रम में भाग लेंगी. इस अवसर को चिह्नित करने के लिए अयोध्या अमृत महोत्सव मना रहा है, जिसका उत्सव 14 जनवरी को शुरू हुआ और 22 जनवरी को समाप्त होगा. मंदिर में आने के लिए कई बॉलीवुड सेलेब्स को भी आमंत्रित किया जा रहा है, जिसमें आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, अमिताभ बच्चन, रणदीप हुड्डा जैसे सेलेब्स के नाम शामिल है.