वर्ष 2020 एक बड़ी निराशा के रूप में साबित हुआ है कि महामारी के कारण वैश्विक संकट पैदा हो रहा है, हमने इरफान खान के साथ भारतीय सिनेमा के इतिहास के कुछ सबसे बड़े नामों को भी खो दिया है. अभिनेता का 29 अप्रैल 2020 को निधन हो गया. इरफान का अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया और कल, उनके बेटे बबील खान ने अपनी कब्र की कुछ तस्वीरें साझा कीं, साथ ही अभिनेता के प्रशंसकों के लिए एक संदेश भी दिया.
बाबिल ने कैप्शन में लिखा, ‘बाबा को जंगल पसंद था. अयान मजबूत हो रहा है. कचरा और प्लास्टिक को हमेशा वहां से हटा दिया जाता है. मां ने इस कब्र के आसपास उग आए जंगलों के बारे में लिखा भी था जब फैन्स ने यहां के अस्त-व्यस्त हालत को देखकर चिंता जाहिर की थी। मुझे आपको समझाने की जरूरत है. वह (पिता इरफान) हमेशा घास और हरे पेड़-पौधों के आसपास रहना चाहते थे. यहां पढ़िए मेरी मां ने क्या लिखा था- औरतों को मुस्लिम कब्रिस्तान में जाने की इजाजत नहीं होती है.’
मां सुतापा की लिखी बातों को बाबिल ने शेयर किया है और लिखा, ‘औरतों को मुस्लिम कब्रिस्तान में जाने की इजाजत नहीं होती नहीं तो मैं जरूर रात की रानी का पौधा लगाती.’
सुतपा ने आगे लिखा था- ‘वो जगह मेरी अपनी है, जहां मैं घंटों बिना किसी रोक-टोक के बैठ सकती हूं. उनकी रूह वहीं हैं। इसका मतलब यह नहीं कि कब्र को ऐसे ही छोड़ दिया जाए, लेकिन जहां तक मौजूदा परिस्थिति की बात है तो बारिश में जंगली घास उग आती है. जिस फोटो की आप बात कर रही हैं, उसमें मुझे यह जंगली घास खूबसूरत लगी. बारिश होती है, तो पौधे आते हैं और अगले मौसम में सूख जाते हैं, जिसके बाद उसे साफ किया जा सकता है। हर चीज का ठीक उसी तरह होना जरूरी है क्या, जैसा परिभाषित किया गया है? क्या पता, पौधों को बढ़ना एक मकसद के तहत हो.’
बता दें कि हाल ही में ऐक्टर चंदन रॉय इरफान खान की कब्र पर पहुंचे थे और वहां की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी. उस तस्वीर में इरफान की कब्र का हाल देखकर फैन्स काफी उदास हुए. सबने अपने चहेते ऐक्टर के कब्र का यह हाल देखकर निराशा दिखाई. चंदन ने कब्र की फोटोज शेयर कर लिखा था, ‘कल से इरफान की याद आ रही थी. खुद से खफा था कि चार महीने से उनकी कब्र तक देखने भी नहीं गया. आज मैं गया, वह वहां अकेले आराम कर रहे थे. कोई आसपास नहीं था सिर्फ पौधे थे और खामोशी थी. मैंने उनके लिए वहां रजनीगंधा रखा और उनका आशीर्वाद लेकर लौट आया.’
Was missing irrfan since yesterday, beating myself for not having gone to his tomb for 4 months. Today i went ,there he was resting alone with no-one around with plants. In silence. I left him some Rajnigandha and took a piece of him back with his blessings. So long #IrrfanKhan pic.twitter.com/3xzoAS7zzZ
— CRS (@IamRoySanyal) September 20, 2020