Ram Gopal Varma: सत्या और रंगीला जैसी फिल्मों के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर राम गोपाल वर्मा पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है. निर्देशक ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक कमेंट किए थे. जिसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश होना था, लेकिन वह नहीं हुए. इसी वजह से सोमवार को आंध्र प्रदेश पुलिस की एक टीम राम गोपाल वर्मा के हैदराबाद वाले घर पहुंची, लेकिन राम गोपाल पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए थे.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने राम गोपाल के घर पर छापा मारा
राम गोपाल के घर पर जब ओंगोल पुलिस अधिकारी पहुंचे, तब उन्हें यहां राम गोपाल नहीं मिले. मालूम हो कि निर्देशक को पुलिस ने दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वह एक बार भी नहीं गए. इसी वजह से आज पुलिस की टीम ने उनके घर पर छापा मारा, लेकिन जब राम गोपाल घर पर नहीं मिले तब उनके घर पर काफी ड्रामा हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह गिरफ्तारी से बचने के लिए कोयंबटूर के लिए फरार हो गए हैं.
क्या है पूरा मामला?
राम गोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म ‘व्योहम’ के दौरान सोशल मीडिया पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, सूचना और टेक्नोलॉजी मंत्री नारा लोकेश और अन्य के खिलाफ एक अपमानजनक पोस्ट किया था, जिसके बाद 11 नवंबर को स्थानीय तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता रामलिंगम ने आंध्र प्रदेश पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की मांग की थी.
राम गोपाल के वकील ने पुलिस को लिखा पत्र
नेता रामलिंगम की शिकायत के बाद मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन में राम गोपाल के खिलाफ बीएनएस एक्ट की धारा 336 (4) और 353 (2) और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने पहला नोटिस राम गोपाल वर्मा को 13 नवंबर को जारी कर उन्हें मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया था. जिसके बाद 24 नवंबर को उनके वकील ने मड्डीपाडु पुलिस को एक पत्र लिखकर 2 सप्ताह के समय की मांग की, लेकिन इसके बावजूद भी जब वह पेश नहीं हुए तब उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके घर पहुंची.