thangalaan:पैन इंडिया स्टार चियान विक्रम की फिल्म तंगलान का हिंदी संस्करण इस शुक्रवार सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रहा है. साउथ में सराही गयी इस फिल्म को लेकर अभिनेता चियान विक्रम ने चुनौतियों के साथ – साथ उम्मीदों के बारे में भी बातें की हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश
फिल्म का दक्षिण संस्करण 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है, क्या हिंदी में भी उस आंकड़े को छूने का दबाव है ?
सच कहूं तो नहीं हम बस चाहते हैं कि फिल्म भारत के हर कोने तक पहुंचे.फिल्म में बहुत अहम एक संदेश है.निर्देशक पा रंजीत ने इसे अलग ढंग से दर्शाने की कोशिश की है.यह वाकई अच्छा होगा अगर अधिक लोग इसकी सराहना करें और इसे देखें.
फिल्म में आपका लुक सबसे ज्यादा चर्चा में है, इससे जुड़ी चुनौतियां क्या थी ?
इस फिल्म में अलग – अलग टाइम फ्रेम में तंगालान की विभिन्न पीढ़ियों को दिखाया गया है.5 किरदार मैंने इस फिल्म में किये हैं ,लेकिन उसे अलग – अलग दिखाना था. निर्देशक पा रंजीत हमेशा मुझे प्रेरित करने और गाइड लिए मौजूद रहते थे कि ये लोग कैसे अलग – अलग दिख सकते हैं. एक भूमिका के लिए मैंने अपना वजन घटाया. एक भूमिका में सिर्फ मैं लंगोट पहने दिखूंगा. वो काफी मुश्किल था खासकर आउटडोर शूटिंग में. मिटटी, धूप , कीचड़ सबकुछ झेला.एक किरदार के लिए मैंने अपने सर को आधा गंजा भी किया है.
तंगलान से नेशनल अवार्ड की उम्मीद है?
निश्चित रूप से,अगर मैं नहीं कहूंगा, तो मैं झूठ बोलूंगा. वैसे मैं अपने से ज्यादा निर्देशक पा रंजीत को यह पुरस्कार जीतते देखना चाहता हूँ.अगर पार्वती और मैं दोनों भाग्यशाली रहे तो हम भी अवार्ड साथ में जीत सकते हैं.
आपकी तुलना अक्सर हॉलीवुड एक्टर क्रिश्चियन बेल से की जाती है,आप इन तुलनाओं को कैसे देखते हैं?
(हंसते हुए )वह तमिल नहीं जानता है.उसे थोड़ी और मेहनत करनी होगी. वैसे वह एक अद्भुत अभिनेता हैं और उनसे तुलना होना मेरे लिए सम्मान की बात है.
परदे हमेशा कुछ अलग करने का आप कितना प्रेशर महसूस करते हैं?
मैं बचपन से अभिनय करना चाहता था और मैंने इसे अपना शौक बना लिया, जब आप अपने शौक को अपना पेशा बनाते हैं तो आप इसे काम नहीं मानते हैं. आप हर दिन इसको एन्जॉय करते हैं। इसलिए मैं काम नहीं कर रहा हूं. जब काम नहीं मानता तो प्रेशर क्यों लूंगा।
क्या फिल्मों के चुनाव के वक़्त आप अपने फैंस को भी ध्यान में रखते हैं ?
बेशक,वैसे मैं इस बात को भी जानता हूं कि मेरी परफॉर्मेंस ही मुझे मेरे फैंस देती है.अपनी हर फिल्म के साथ जितना अधिक मैं एक अलग व्यक्ति बनने की कोशिश करता हूँ.वे उतना ही अधिक खुश होते हैं.अगर मेरी कोई फिल्म कमर्शियली हिट होती है तो वे खुश होंगे, लेकिन तंगलान जैसा कुछ उन्हें बहुत अधिक खुश करता है.
आप किरदारों में रच बस जाते हैं क्या इसीलिए आप कम भूमिकाएँ निभा रहे हैं?
हां, आप ये कह सकती हैं. मुझे अपने किरदारों पर काम करने और इससे बाहर आने का समय चाहिए होता है, क्योंकि मैं अपने बॉडी को जबरदस्त ट्रांसफॉर्म करता हूं.वैसे पीएस 1 और 2 के दौरान मुझे ज्यादा समय नहीं लगा था.
आपका बेटा भी फिल्मों में है, आप उसके करियर को कैसे देखते हैं?
वह मणि सेल्वराज के साथ बाइसन नामक फिल्म कर रहे हैं, दर्शक उसके भी काम को देखें. मैं तो यही कहूंगा.
क्या आप हिंदी फिल्में देख पाते हैं और हालिया कौन सी फिल्म आपने देखी थी?
हां, मैंने 12वीं फेल और लापता लेडीज देखी, दोनों ही बहुत कमाल की फिल्में हैं. अब ओटीटी की वजह से आपको अपने समय पर फिल्में देखने को मिलती हैं. आप इसे बीच में रोक भी सकते हैं और फिर जब आपके पास समय हो तो इसे देख सकते हैं. कभी-कभी जब फिल्म अच्छी नहीं होती,तो आप इसे छोड़ सकते हैं.वैसे इन दोनों ही हिंदी फिल्मों को मैंने एक बार में ही देख लिया था.