manoj bajpayee:नेशनल अवार्ड विनिंग फिल्म शूल का निर्देशन कर चुके निर्देशक ई निवास की वेब सीरीज तनाव 2 इनदिनों सोनी लिव पर स्ट्रीम कर रही है. निर्देशक ई निवास से अपने इस शो के बारे में बात करते हुए अपने आनेवाले प्रोजेक्ट्स पर बात करते हुए यह भी जानकारी दी कि वह अपनी पहली फिल्म के अभिनेता मनोज बाजपेयी को लेकर जल्द ही एक प्रोजेक्ट लेकर आनेवाले हैं.उनकी अब तक की जर्नी पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
तनाव के पहले सीजन का निर्देशन आपने नहीं किया था, दूसरे सीजन से जुड़ने की वजह क्या थी?
मुझे अप्प्लॉज के प्रमुख समीर नायर का फोन आया था.मैंने उनका शो अधूरा सच खत्म किया था. उस शो में भी मानव ही है. उन्होंने बताया कि हम तनाव 2 बनाने जा रहे हैं. शो रनर होने की वजह से सुधीर सर आपके साथ कुछ दिन रहेंगे।उसके बाद पूरी तरह से शो आपको लीड करना है. मैं इस शो को इसलिए यहां का क्योंकि यह फौदा का एडॉप्शन है. सुधीर सर ने छोटे भाई की तरह मुझे सेट पर ट्रेनिंग दी. उन्होंने ही मुझे तनाव की दुनिया और उसके किरदारों से रूबरू करवाया.
आपने यह सीरीज पहले देखी थी?
हां मैंने देखी थी. उस वक़्त एक दर्शक के तौर पर मैंने इसे देखा था. सीरीज की शूटिंग से मैंने से फिर से देखा.अपने होमवर्क को करने के लिए. फौदा दो मुल्कों कहानी थी. यहां पर कश्मीर पर कहानी बेस्ड की गई है. भारत में सबसे काम्प्लेक्स लैंड कश्मीर ही है. मुझे लगता है कि इस जगह से बेहतर कहानी को नहीं कह सकते हैं.काम्प्लेक्स लैंड है,काम्प्लेक्स लोग है, काम्प्लेक्स इमोशन है.इसके साथ ही मैं कहूंगा कि सीरीज में बहुत अच्छा एक्शन है,लेकिन किरदार के बीच में जो ह्यूमन एंगल है.वह इसकी सबसे बड़ी यूएसपी है.
इस सीजन में आपकी क्या छाप नजर आएगी?
टेक्निकल मैंने इस सीरीज को और शार्प बनाया है.मैंने नए किरदार भी सीरीज से जोड़ें हैं. एसटीएस टीम मे भी नए किरदार जोड़े गए हैं.
आपकी पहली फिल्म शूल से आपको नेशनल अवार्ड मिला था, उस पल को किस तरह से याद करते हैं ?
जब मैंने शूल फिल्म बनाई थी. उस वक़्त मैं सिर्फ 22 साल का था. मैं रामगोपाल वर्मा सर के यहां पर असिस्टेंट था. मैं तेहरवां असिस्टेंट था.वहां पर मैंने काम किया था. उसके बाद उन्होंने मुझे निर्देशक के रूप में ब्रेक दिया।मैं बताना चाहूंगा कि उस वक्त मैं निर्देशन के लिए तैयार नहीं था. मैंने कहा कि मुझे और 2 साल लेना चाहिए, लेकिन राम गोपाल वर्मा सर को मुझ पर भरोसा था. उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे पता है कि तुम कर लोगे और तुम्हें यह करना चाहिए. नेशनल अवार्ड के बारे में तो मैंने सोचा ही नहीं था. मेरे लिए वैलिडेशन फिल्म को बनाते हुए दिमाग में ये था कि मैं फिल्म की शूटिंग करूंगा. उसको एडिट करुंगा और रामू सर को दिखाऊंगा.अगर उन्हें पसंद आएगी,तो मुझे लगेगा कि मैंने अच्छा काम किया है. शूल को रिलीज हुए 20 साल से ऊपर हो चुके,लेकिन अभी भी लोग उस फिल्म को लेकर मुझसे बात करते हैं तो मेरे लिए वही है सबसे बड़ा अचीवमेंट है.
पहली फिल्म में नेशनल अवार्ड पाने के बावजूद आपका करियर वो ऊंचाई नहीं पा पाया, जिसकी उम्मीद थी?
शूल की रिलीज के बाद मैंने तय कर लिया था कि मैं थोड़ा कॉमेडी करूंगा।अब इंटेंस कुछ नहीं करूंगा इसके बाद मैं लव के लिए कुछ भी करेगा फिल्म बनाई थी. उसके बाद मैं लार्जर देन लाइफ सिनेमा कुछ करना चाहता था,जो मैं देख कर बड़ा हुआ था और फिर मैंने उसके बाद दम फिल्म का निर्देशन किया. मैं हर तरह का सिनेमा बनाना चाहता था.मैं नहीं चाहता कि लोग श्रीनिवास मतलब इंटेंस सिनेमा ही समझे. हां उसके बाद मेरे एक्सपेरिमेंट बॉक्स ऑफिस पर नहीं पसंद आयी.फिल्में नहीं चलती तो क्या होता है. ये सभी को मालूम है.इस बीच मेरी शादी हो गई थी.बच्चे हो गए थे तो मैंने सोचा कुछ समय मैं उनके साथ भी बीता लूं. मैं घर पर नहीं बैठा हुआ था मैं लगातार विज्ञापन फिल्में कर रहा था. उसके बाद मुझे योर ओनर शो का ऑफर आया. उसके बाद तनाव 2 .
मनोज बाजपेयी के साथ कोई और फिल्म करने की प्लानिंग है ?
हां हमारी बातचीत भी चल रही है. दर्शकों को जल्द ही कुछ सुनने को मिला है.
थिएटर रिलीज़ को मिस करते हैं ?
हां,वैसे जल्द ही मेरी एक हॉरर कॉमेडी फिल्म अनाउंस होने वाली है.