Jalsa : हमारी जिंदगी में सही और गलत के बीच हमेशा एक जंग चलती रहती है. लेकिन क्या हो अगर सही पूरी तरह से गायब हो जाए और हमारे पास सिर्फ गलत और बहुत गलत के विकल्प ही बचें? यही सवाल उठता है अमेजन प्राइम की थ्रिलर फिल्म ‘जलसा’ में. इस फिल्म की कहानी न सिर्फ दिमाग को हिला देती है, बल्कि दिल पर भी गहरा असर छोड़ती है.
हिट एंड रन केस की कहानी
फिल्म की कहानी एक हिट एंड रन केस से शुरू होती है, जिसमें एक 18 साल की लड़की को रात के 3 बजे एक तेज रफ्तार कार टक्कर मार देती है. इस हादसे में लड़की बुरी तरह घायल हो जाती है और अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. लड़की का परिवार साधारण है; उसके पापा फिल्म इंडस्ट्री में एक स्पॉट बॉय हैं और मां एक अमीर घर में खाना बनाने का काम करती हैं. इस हादसे ने उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया है.
मीडिया की झांसी की रानी: माया मेनन
फिल्म में माया मेनन नाम की एक पत्रकार का किरदार निभाया है, जो मीडिया की दुनिया की ‘झांसी की रानी’ के नाम से मशहूर है. माया सही और गलत के बीच का फर्क समझती हैं और हमेशा इंसाफ के लिए लड़ती हैं. लेकिन इस बार, वो खुद ऐसी सिचुएशन में फंस जाती हैं, जहां सही और गलत का फैसला करना उनके लिए मुश्किल हो जाता है.
Also read:Bramayugam : एक ऐसी फिल्म जिसे देख आप कहेंगे वाह क्या सिनेमा है
Also read:Kannur squad: अगर आप भी हैं साउथ सिनेमा के फैन, तो गलती से भी न मिस करें ये फिल्म
फिल्म की खासियत
‘जलसा’ की सबसे बड़ी ताकत इसकी कहानी है, जो डार्क और डरावनी है. यह फिल्म हर तरह की ऑडियंस को सेटिस्फाई कर सकती है. जो लोग हर छोटे-बड़े डिटेल्स पर ध्यान देना पसंद करते हैं, उन्हें भी यह फिल्म पसंद आएगी और जो लोग सिर्फ कहानी का मजा लेना चाहते हैं, उनके लिए भी यह फिल्म परफेक्ट है.
शानदार एक्टिंग और दमदार क्लाइमैक्स
फिल्म की दूसरी खासियत इसकी दमदार एक्टिंग है. विद्या बालन और शेफाली शाह ने अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है. विद्या बालन हमेशा की तरह अपने रोल में जान डाल देती हैं, लेकिन इस फिल्म में शेफाली शाह ने अपनी एक्टिंग से विद्या को भी ओवरशैडो कर दिया है. फिल्म का क्लाइमैक्स बेहद शॉकिंग और अनप्रिडिक्टेबल है, जो दर्शकों को आखिरी पल तक बांधे रखता है.
जलसा एक्स्ट्रा आर्डिनरी सिनेमा
‘जलसा’ कोई साधारण बॉलीवुड फिल्म नहीं है. यह एक ऐसी कहानी है, जो दिमाग को हिला देती है और दिल को छू जाती है. फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायरेक्शन इतना मजबूत है कि आप एक सेकंड के लिए भी नजर नहीं हटा सकते. अगर आप एक बेहतरीन कहानी और शानदार एक्टिंग देखना चाहते हैं, तो ‘जलसा’ जरूर देखें.
ओटीटी हमेशा से हमारे एंटरटेनमेंट का ढ्यान रखता आया है, ओटीटी के पिटारे में ना जाने कितनी अंडररेटेड फिल्मे ओर सीरीज है, जो शायद कभी हम तक नहीं पहुंचती है, अगर आप भी ट्रू सिनेमा लवर है तो ये खास आपके लिये है, दो घण्टे की ये फिल्म आपको आमेजन प्राइम पर मिल जाएगी.