Aryan Khan Drugs Party: महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) की ओर से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) और उसके अधिकारी समीर वानखेड़े (Samir Wankhede) पर लगाये गये गंभीर ओरोपों को ड्रग्स के खिलाफ अभियान चलाने वाली एजेंसी ने सिरे से खारिज कर दिया है.
एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर ज्ञानेश्वर सिंह ने मुंबई में शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि जांच एजेंसी के खिलाफ जो भी आरोप लगाये गये हैं, वे तथ्यहीन, बेबुनियाद और मनढ़ंत हैं. ये आरोप कल्पना के आधार पर लगाये गये हैं. एनसीबी के पास आर्यन खान समेत गिरफ्तार किये गये तमाम लोगों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. हम इसे कोर्ट में पेश करेंगे.
एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर ज्ञानेश्वर सिंह ने मीडिया को बताया कि 2 अक्टूबर को मुंबई से गोवा जा रही क्रूज शिप ‘कॉर्डेलिया’ (Mumbai To Goa Cruise Ship Cordelia) पर की गयी रेड की पूरी जानकारी दी. कहा कि 2 अक्टूबर को एनसीबी की टीम ने क्रूज पर रेड की थी. यहां से 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया थे. इनके पास से तरह-तरह के ड्रग्स के अलावा 1.35 लाख रुपये भी बरामद हुए थे. उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत किसी भी रेड में एनसीबी को दो गवाह शामिल करने पड़ते हैं.
All allegations levelled against NCB are baseless, motivated, afterthought & prejudice. Such statements are based on conjecture & assumptions that are frivolous & malicious in view of documents & records produced by NCB: NCB Deputy DG Gyaneshwar Singh on drugs-on-cruise case pic.twitter.com/nam8GsjMaq
— ANI (@ANI) October 9, 2021
एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ उनकी कार्रवाई या ऑपरेशन रियलटाइम के आधार पर होते हैं. इसलिए उनका वेरिफिकेशन और जानकारी एकत्र करना कठिन होता है. ऑपरेशन के समय रिकवरी और गिरफ्तारी पर ध्यान केंद्रित होता है. उन्होंने कहा कि जब एनसीबी की टीम ने क्रूज पर रेड की थी, उस वक्त मनीष भानुशाली (BJP Leader Manish Bhanushali) और रिषभ सचदेवा (Rishabh Sachdeva) वहां मौजूद थे. रेड के पहले एनसीबी इनमें से किसी को भी नहीं जानती थी.
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एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि रेड के दौरान जो लोग गिरफ्तार किये गये थे, उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना एजेंसी की जिम्मेवारी है. रेड के वक्त वहां काफी भीड़ एकत्र हो गयी थी. काफी कैमरे भी वहां आ गये थे. इसलिए सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही उन्हें एनसीबी ऑफिस लाया गया.
ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया या जिन्हें हिरासत में लिया गया, उनके साथ एनसीबी ने अच्छा और न्यायोचित व्यवहार किया. उन्होंने कहा कि आरोपियों के वकीलों ने भी एनसीबी के ऑफिसर्स में विश्वास व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि उस दिन 14 लोगों को एनसीबी के दफ्तर में लाया गया था. सभी को संदेह के आधार पर नोटिस जारी किया गया. उनकी जांच की गयी. उनके स्टेटमेंट रिकॉर्ड किये गये. तमाम जरूरी कानूनी कार्रवाई पूरी प्रक्रिया के तहत की गयी.
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उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं के इशारे पर महाराष्ट्र सरकार और बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को बदनाम करने का आरोप लगाया है. पिछले कुछ दिनों में उन्होंने तीन बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आर्यन खान की गिरफ्तारी (Aryan Khan Arrested) पर सवाल खड़े किये हैं. नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी ऑफिसर समीर वानखेड़े (Samir Wankhede NCB) की भी जांच होनी चाहिए.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दो दिन पहले ही आरोप लगाया था कि एनसीबी उगाही रैकेट चला रहा है. इसमें बीजेपी के नेता मनीष भानुशाली उसकी मदद करते हैं. शनिवार को नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी ने बीजेपी के बड़े नेता के दबाव में 3 लोगों को उसी दिन रिहा कर दिया. उन्होंने उन तीनों को एनसीबी दफ्तर ले जाने और वहां से बाहर निकलने के फोटो भी जारी किये.
नवाब मलिक ने कहा कि क्रूज से एनसीबी अधिकारियों के साथ एनसीबी कार्यालय पहुंचे जिन लोगों को रिहा किया गया, उनमें बीजेपी नेता मोहित भरतिया के साले रिषभ सचदेवा भी शामिल हैं. उसे हिरासत में लिये जाने के कुछ ही घंटे बाद रिहा कर दिया गया. नवाब मलिक ने कहा कि दो अन्य लोगों के नाम प्रतीक गाब्बा और आमिर फर्नीचर वाला हैं. इन्हें भी आर्यन खान के साथ क्रूज पार्टी से पकड़ा गया था. लेकिन बाद में इन्हें रिहा कर दिया गया. नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया था कि क्रूज से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुआ था. न ही आर्यन खान के पास से ड्रग्स मिले थे.
Posted By: Mithilesh Jha